मुम्बई(राष्ट्र की परम्परा)
ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों के आम मरीजों को शहर के अस्पतालों में इलाज और आपातकालीन सहायता मिले, यह सुनिश्चित करने के लिए वैद्यकीय मदद केंद्र के माध्यम से सामाजिक कार्य करने वाले मुंबई के वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता कृष्णा मारुती कदम को रूग्णसेवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। धमनदावी जिला पोलादपुर जिला रायगढ़ की ओर से कृष्णा कदम को पुरस्कार दिया गया। पूर्व सैनिक शांताराम माने, सेवानिवृत्त अधिकारी भार्गव वाडकर, नायब सूबेदार मनोज वाडकर, मैनेजर आशीष चिकने, सावलाराम दाभेकर, चंद्रकांत उपले, जयवंत वाडकर, अशोक माने, दीपक वाडकर, जितेंद्र उपले, नीलेश वाडकर, दिनेश दाभेकर, सुनील उपले, विजय सपकाल, मंदार वाडकर, प्रशांत माने, चिंतामणि वाडकर, गौरव माने, विपुल वाडकर, प्रवीण महाडिक, महादेव जगताप, प्रमोद वाडकर आदि उपस्थित थे। इस अवसर पर कदम को ग्रामीणों की ओर से छत्रपती शिवाजी महाराज की प्रतिमा, सम्मान चिन्ह और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
संस्था की स्थापना एवं संचालन
कोरोना महामारी के दौरान मरीजों की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, कदम ने तीन साल पहले वैद्यकीय मदत कक्ष की स्थापना की, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों से शहर के अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों की मदद की जा सके। वैद्यकीय मदत कक्ष का व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर इसमें डॉक्टर, स्टाफ, सामाजिक कार्यकर्ता, वार्ड ब्वॉय, रक्तदाता, चिकित्सा से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों के लोग सहित 800 से अधिक सदस्य चिकित्सा कार्य से जुड़े हुए हैं। तीन वर्षों में, एक हजार से अधिक रोगियों को इस कक्ष की सहायता मिली है, 70 से अधिक विकलांगों को कुर्सी स्ट्रेचर दिए गए हैं और 60 से अधिक पुरुषों और महिलाओं की मुफ्त मोतियाबिंद सर्जरी हुई है। संगठन के अध्यक्ष कृष्ण कदम ने कहा, यह पुरस्कार हमारे लिए एक बड़ा सम्मान है और मैं इस पुरस्कार को अपने वैद्यकीय मदत कक्ष में काम करने वाले सभी डॉक्टरों, कर्मचारियों और कार्यकर्ताओं को समर्पित करता हूं।
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