रांची (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। झारखंड में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने रविवार को बड़ी कार्रवाई की। टीम ने जेल में बंद आईएएस विनय चौबे के करीबी विनय सिंह के छह ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। यह छापेमारी हजारीबाग में जमीन की अवैध जमाबंदी और अनियमित खरीद-बिक्री से जुड़े मामलों की जांच के तहत की गई।
तीन दिन पहले हुई थी गिरफ्तारी
सूत्रों के मुताबिक, एसीबी ने तीन दिन पहले ही विनय सिंह को गिरफ्तार किया था। रविवार सुबह से ही छापेमारी शुरू हुई, जिसमें स्थानीय पुलिस बल भी मौजूद था। छापेमारी के दौरान जमीन से संबंधित कागजात, रजिस्टर और कई अहम दस्तावेज बरामद किए गए।
2013 का मामला
यह मामला साल 2013 का है। उस समय डीसी कार्यालय ने पांच प्लॉट की जमाबंदी रद्द कर दी थी, क्योंकि यह क्षेत्र वन क्षेत्र (Forest Land) में आता था। कानून के मुताबिक वन क्षेत्र में किसी भी प्रकार का गैर-वानिकी कार्य या अतिक्रमण करना सख्त वर्जित है।
लंबे समय से लगे थे आरोप
सूत्रों के अनुसार, विनय सिंह, उनकी पत्नी और नेटवर्क पर लंबे समय से जमीन के अवैध कारोबार और फर्जीवाड़े के आरोप लगे थे। एसीबी को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि दबंगई के बल पर अवैध प्लॉटिंग और जमाबंदी की जा रही है।
जांच में खुल सकते हैं बड़े राज
एसीबी की इस कार्रवाई के बाद कई महत्वपूर्ण तथ्यों के सामने आने की संभावना है। माना जा रहा है कि यह दस्तावेज जमीन से जुड़े अवैध कारोबार और प्लॉटिंग के बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश कर सकते हैं।