महराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)। नौतनवां ब्लॉक के रतनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में जन औषधि केंद्र अचानक बंद होने से मरीजों में भारी आक्रोश है। रतनपुर निवासी सुखदेव द्विवेदी ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर सीएचसी अधीक्षक डॉ. सुरेंद्र कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
द्विवेदी का आरोप है कि 20 जुलाई 2025 को अधीक्षक ने जन औषधि केंद्र को बंद करा दिया। यह केंद्र स्थानीय मरीजों के लिए सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाइयों की उपलब्धता का अहम साधन था, लेकिन बाहरी दवा कंपनियों की बिक्री प्रभावित हो रही थी। आरोप है कि इसी कारण अधीक्षक ने केंद्र को बंद करने का आदेश दिया।
शिकायत में यह भी कहा गया है कि अधीक्षक ने अपने प्रभाव से एनसीडी चिकित्सक डॉ. श्रीराम वर्मा को बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. जितेंद्र के कक्ष में बैठा दिया, जबकि उनकी मूल तैनाती सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौतनवां में थी। इस कारण ओपीडी सेवाएं बाधित हुईं और मरीजों को असुविधा उठानी पड़ी।
द्विवेदी ने बताया कि जब उन्होंने इस पर सवाल उठाया, तो अधीक्षक ने कथित रूप से कहा, “हम यहाँ कमाने आए हैं और जन औषधि के रहते हमारी दवाइयाँ नहीं बिक पा रही हैं।” इसके बाद डॉ. जितेंद्र ने ओपीडी सेवाएं भी बंद कर दीं।
अरोपों में यह भी उल्लेख है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई और मुख्य चिकित्साधिकारी की मिलीभगत से डॉ. श्रीराम वर्मा को रतनपुर में तैनात कर दिया गया, ताकि दवा कंपनियों को लाभ मिल सके।
द्विवेदी ने उच्चस्तरीय जांच की मांग की है और जन औषधि केंद्र को तत्काल चालू कराने की अपील की है, ताकि मरीजों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाइयाँ मिलती रहें।