June 17, 2025

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

इजरायल ईरान सैन्य टकराव खतरनाक मोड़ पर पहुंचा-दुनियाँ दो गुटों में बटनें की ओर बढ़ी- तीसरे विश्व युद्ध की आहट? 

इजरायल-ईरान युद्ध में परमाणु हथियारों की चर्चा पर दुनियाँ सहमीँ

इजरायल-ईरान दोनों के पीछे खड़ी ताकतों द्वारा अंधा समर्थन बंद कर,समझौते से युद्ध विराम करना जरूरी, वरना यह आग़ मिडल ईस्ट से पूरी दुनियाँ में फैलेगी -एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र 

गोंदिया – वैश्विक स्तरपर वर्तमान समय में दो दो देशों में बहुत लंबे समय से चल रहे युद्ध के पीछे चल रही ताकतों को सब जानते हैं, क्योंकि कोई भी देश क़े लिए सिर्फ अपने अकेले के बल पर इतनी ताकत से लंबी लड़ाई लड़ना संभव नहीं है, हालांकि सब जानते हैं कि इन युद्धों के पीछे कौन सी ताकत है खड़ी है? मेरा मानना है कि इन ताकतों को अपने स्टेटस को छोड़कर, दो-दो कदम आगे पीछे होकर मामला उलझा कर युद्ध विराम को प्राथमिकता देना जरूरी है,वरना किसी भी देश ने परमाणु वेपंस के इस्तेमाल की शुरुआत की तो लपेटेमें पूरी दुनियाँ आ जाएगी, जिसका परिणाम हिरोशिमा नागासाकी से भी भयंकर आने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।इसलिए मैं एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र से इस आर्टिकल के माध्यम से पर्दे के पीछे सभी देशों, गुटों से अनुरोध करना चाहूंगा कि वह अंध समर्थन बंद कर सुलह का रास्ता निकालकर इजरायल- ईरान- हमास, रूस-यूक्रेन सहित अनेकों देशों में आपसी टकराव को सुलझाने के लिए आगे आए ताकि पूरी दुनियाँ एक जंग का अखाड़ा ना बन सके, क्योंकि कुछ देश खुलकर समर्थन में आ रहे हैं तो कुछ देशों ने पर्दे के पीछे समर्थन देकर लड़ाई करने वाले देशों को बढ़ावा दे रहे हैं, मेरा मानना है इसे बंद कर शांति की ओर कदम बढ़ाना चाहिए। हमारे पीएम साहब भी हमेशा यही अपील करते रहते हैं। परमाणु वेपंस का उपयोग हुआ तो मेरे विचार से पूरी दुनियाँ दहल जाएगी। इसलिए आज हम मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आर्टिकल के माध्यम से चर्चा करेंगे, इजरायल ईरान सैन्य टकराव खतरनाक मोड़ पर पहुंच?दुनियाँ दो गुटों में बंटने की ओर बढ़ी, तीसरे विश्व युद्ध की आहट?  साथियों बात अगर हम इजरायल ईरान युद्ध की करें तो दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच चुकाहै,इजरायल और ईरान के बीच 13-14 जून 2025 को शुरू हुआ सैन्य टकराव अब खतरनाक मोड़ पर पहुंच चुका है, इजरायल की ओर से तेहरान में परमाणु सुविधाओं और सैन्य ठिकानों पर किए गए हवाई हमलों ने ईरान को भारी नुकसान पहुंचाया,जबकि ईरान ने जवाबी कार्रवाई में इजरायल के तेल अवीव, हाइफा और बेन गुरियन एयरपोर्ट पर बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन हमले किए। इजरायल और ईरान के बीच जारी संघर्ष हर बीतते घंटे के साथ और बढ़ता जा रहा है,सोमवार देर शाम को इजरायल ने एक बार फिर मध्य ईरान पर हवाई हमले किए, इधर ईरान ने भी इजरायल पर अब तक लगभग 400 बैलेस्टिक मिसाइलें दागने का दावा किया है, वहीं एक न्यूज से इजरायल के पीएम ने कहा है कि खामेनेई के खात्मे के साथ ही क्षेत्र में शांति आएगी। इजराइल और ईरान के बीच लगातार चौथे दिन संघर्ष जारी है। इजराइल ने सोमवार शाम सेंट्रल ईरान पर फिर से एयरस्ट्राइक की। इजराइल एयरफोर्स ने ईरानी की राजधानी तेहरान में नेशनल टीवी न्यूज चैनल इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान ब्रॉडकास्टिंग की बिल्डिंग पर बम गिराए।घटना के समय टीवी एंकर लाइव शो होस्ट कर रही थी। वह बम धमाके में बाल-बाल बच गई। घटना का वीडियो भी सामने आया, जिसमें एंकर को स्टूडियो से भागते हुए देखा गया। साथियों बात अगर हम इजरायल -ईरान के भयावह होते युद्ध को हम 10 प्वाइंटों में समझने की करें तो (1) इजरायल और ईरान के बीच तनाव चरम पर है और दोनों देशों के बीच युद्ध जारी है,इजरायल ने ईरान पर बड़ा हमला किया, जिसमें ईरान के परमाणु ठिकानों और सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया. ईरान ने इजरायल के हमले का जवाब देने के लिए ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस लॉन्च किया है, इसके तहत ईरान ने इजरायल पर 100 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, इजरायल की सेना ने अपने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे सुरक्षित स्थानों पर शरण लें, (2) वहीं, रविवार को एक बार फिर इजरायल के आसमान में ईरानी मिसाइलों की बौछार हुई, जबकि दोनों देशों के बीच संघर्ष जारी है, इजरायल की सेना ने कहा कि ईरान की मिसाइलें आ रही हैं, यरुशलम में सायरन की आवाजें सुनाई दे रही हैं, जबकि कई वीडियो में तेल अवीव और यरुशलम के आसमान पर मिसाइलें दिखाई दे रही हैं और उनमें से कई को इजरायल की वायु रक्षा प्रणाली द्वारा रोक दिया गया है,(3) ईरान ने शिराज शहर से इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइलों की बारिश कर दी है, जिससे उत्तर में हाइफ़ा से लेकर दक्षिण में ईलाट तक लगभग पूरे इज़राजल में रेड अलर्ट जारी किया गया. तेल अवीव, यरुशलम, बेयर शेवा, हाइफ़ा और दर्जनों अन्य शहरों में हवाई हमले के सायरन की आवाज सुनी गईं, (4) सेना ने कहा है कि ईरानी मिसाइलों की बौछार से इजरायल में कई जगहों पर हमला हुआ है. आरटी इंटरनेशनल की एक पोस्ट के अनुसार, ईरान के हमलों के बाद हाइफा शहर में भीषण आग देखी गई,इसने अनाम इजरायली अधिकारियों के हवाले से बताया कि अब तक इस हमले में चार लोग घायल हुए हैं, (5) ईरान में भी नज़ारा कुछ अलग नहीं है. तेहरान से आई तस्वीरों में रात के समय आसमान में ईंधन डिपो में लगी आग की लपटें दिखाई दे रही हैं। यह आग इजरायल द्वारा ईरान के तेल और गैस क्षेत्र पर हमले शुरू करने के बाद लगी है, इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था और ईरानी राज्य के कामकाज पर खतरा बढ़ गया है। (6) ईरान ने शनिवार की देर रात तेल अवीव द्वारा ईरानी परमाणु संयंत्रों, मिसाइल कारखानों और सैन्य कमांड केंद्रों पर किए गए हमले के जवाब में इजरायल के हाइफा पोर्ट और पास की एक तेल रिफाइनरी को निशाना बनाया, हवाई हमलों में शीर्ष सैन्य कमांडर और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए। (7) हाइफा शहर के स्काईलाइन पर मिसाइलें नजर आईं, जिससे वहां के लोग दहशत में थे, ईरान लगातार बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन से हमला करता रहा और  इजरायल का एयर डिफेंस सिस्टम आयरन डोम इन मिसाइलों को हवा में ही इंटरसेप्ट करने में जुट गया,(8) पोर्ट पर रासायनिक टर्मिनल में छर्रे गिरे और कुछ अन्य मिसाइल तेल रिफाइनरी पर गिरे, लेकिन पोर्ट की सुविधाओं को कोई नुकसान नहीं हुआ, बताया जाता है कि रिफाइनरी पोर्ट से कुछ दूरी पर है, हाइफा पोर्ट उत्तरी इजरायल में स्थित एक प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय पोर्ट है, जो दक्षिण की तुलना में अपेक्षाकृत कम अस्थिर क्षेत्र है. यह देश के आयात और निर्यात दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण पोर्ट है, (9) ईरान द्वारा लगातार दूसरी रात इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइल दागे जाने के बाद तनाव में वृद्धि हुई है. ईरानी सरकारी मीडिया ने दावा किया है कि हाइफा तेल रिफाइनरी पर सीधा हमला हुआ है, जिससे उत्तरी पोर्ट शहर के पास भीषण आग लग गई, मिसाइल हमला हाइफा के पास तमरा में एक आवासीय इमारत पर हुआ, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और कम से कम 14 अन्य घायल हो गए,(10) इजरायल और ईरान ने रविवार रात को एक-दूसरे पर फिर से हमले किए, जिसमें कई लोग मारे गए। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि संघर्ष को आसानी से समाप्त किया जा सकता है, उन्होंने तेहरान को किसी भी अमेरिकी लक्ष्य पर हमला न करने की चेतावनी भी दी, वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि ईरान में हुए हमलों में वाशिंगटन का कोई हाथ नहीं है. हालांकि, तेहरान ने इजरायली हमले में अमेरिका का हाथ होने का आरोप लगाया है और रविवार को ओमान में होने वाली परमाणु वार्ता रद्द कर दी है। अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि इजरायल ईरान सैन्य टकराव खतरनाक मोड़ पर पहुंचा- दुनियाँ दो गुटों में बटनें की ओर बढ़ी- तीसरे विश्व युद्ध की आहट? इजरायल-ईरान युद्ध में परमाणु हथियारों की चर्चा पर दुनियाँ सहमीँ।इजरायल-ईरान दोनों के पीछे खड़ी ताकतों द्वारा अंधा समर्थन बंद कर,समझौते से युद्ध विराम करना जरूरी, वरना यह आग़ मिडल ईस्ट से पूरी दुनियाँ में फैलेगी।

-संकलनकर्ता लेखक – क़र विशेषज्ञ स्तंभकार साहित्यकार अंतरराष्ट्रीय लेखक चिंतक कवि संगीत माध्यम सीए (एटीसी) एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं गोंदिया महाराष्ट्र 9359653465