बाराबंकी (राष्ट्र की परम्परा) विकासखंड सूरतगंज में कार्य मुक्त सफाई कर्मियों का वेतन निकालने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।
सूत्रों द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार विकासखंड सूरतगंज में फरवरी में लंबे समय से गांव में सफाई कर्मियों का तबादला हुआ था, कार्य मुक्त किए जाने के बाद से सफाई कर्मी ना गांव पहुंचे और ना ही ब्लॉक।जबकि फर्जी तरीके से पैरोल बनवाकर वेतन निकाला जा रहा था। डीएम के निर्देशन पर सूरतगंज ब्लॉक के 17 कर्मचारियों का तबादला 8 जनवरी 2024 को किया गया था, एक माह बाद भी यह कर्मचारी नवीन तैनाती स्थल पर नहीं पहुंचे। उसके बाद 21 फरवरी को वीडियो सूरतगंज में सभी कर्मचारियों को कार्य मुक्त कर दिया कार्य मुक्त करने के 27 दिन बाद भी सफाई कर्मी स्थान पर नहीं पहुंचे। जिस गांव में सफाई कर्मी थे वहां से हटाने के बाद कहां गए किसी को मालूम नहीं, गैर हाजिर सफाई कर्मियों का वेतन भी निकाला जा रहा था। खबर प्रकाशित होने के बाद जांच शुरू की गयी। पंचायत सूरतगंज ऋषिपाल सिंह ने बताया कि महादेव मेले में सफाई कर्मियों की ड्यूटी लगी थी इसीलिए उनका वेतन निकाला है, हालांकि प्रो ने कब से कब तक ड्यूटी लगाई कितने दिन सफाई कर्मियों ने काम किया रिपोर्ट 3 दिन के अंदर मांगा है। यह खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है खबर का सत्यापन हिंदी दैनिक राष्ट्रीय की परम्परा समाचार पत्र ठोस सबूत न मिल पाने के कारण अपनी तरफ से नहीं करता है।
कार्य मुक्त सफाई कर्मियों का वेतन निकालने की जांच शुरू
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