नई दिल्ली (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। भारत ने घोषणा की है कि वह New Delhi AI Impact Summit 2025 में विकासशील देशों यानी Global South के लिए Artificial Intelligence (AI) की समान और न्यायपूर्ण पहुँच सुनिश्चित करने की पैरवी करेगा। यह पहल अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल समानता और तकनीकी साझेदारी को बढ़ावा देने की दिशा में अहम मानी जा रही है।
सम्मेलन की प्रमुख बातें
भारत का उद्देश्य है कि AI तकनीक केवल विकसित देशों तक सीमित न रहे, बल्कि गरीब और विकासशील राष्ट्रों को भी इसका लाभ मिले।सम्मेलन में AI नैतिकता, डिजिटल सुरक्षा, और डेटा प्राइवेसी जैसे मुद्दों पर गहन चर्चा होगी। इसमें कई देशों के टेक्नोलॉजी विशेषज्ञ, नीति-निर्माता और उद्योग जगत के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
भारत की भूमिका
भारत खुद को Global South का नेतृत्वकर्ता मानते हुए यह सुनिश्चित करना चाहता है कि नई तकनीक से कोई भी देश पीछे न छूटे। यह पहल भारत की डिजिटल इंडिया मिशन और अंतर्राष्ट्रीय टेक्नोलॉजी सहयोग को भी मज़बूत करेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम से भारत की वैश्विक छवि एक टेक्नोलॉजी पार्टनर के रूप में और मजबूत होगी।
महत्व –
अगर AI की पहुँच विकासशील देशों तक आसान होती है, तो इससे शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और रोजगार जैसे क्षेत्रों में क्रांति आ सकती है।
भारत इस पहल के ज़रिए न केवल अपनी तकनीकी क्षमता बल्कि अंतर्राष्ट्रीय नेतृत्व भी प्रदर्शित करेगा।