April 27, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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भाग्य नगर में पाकिस्तान के खिलाफ हिन्दू महासभा का आक्रोश फूटा

कैंडल मार्च और आक्रोश रैली निकाली- बी एन तिवारी

 भाग्यनगर (राष्ट्र की परम्परा )अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी के आह्वान पर पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा पहलगाम में धर्म पूछकर 27 हिंदुओं का नरसंहार करने के विरोध में राष्ट्रव्यापी धर्मयुद्ध प्रचंड हो रहा है। देश भर में हिन्दू महासभा कार्यकर्ताओं द्वारा आक्रोश रैली और कैंडल मार्च के माध्यम से पाकिस्तान पर सैन्य हमला कर बदला लेने की पुरजोर मांग कर रहे हैं। 

हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता बी एन तिवारी ने जारी बयान में यह जानकारी देते हुए बताया कि आज हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष स्वामी कमलेशजी महाराज के नेतृत्व और मार्गदर्शन में अम्बरपेट, गांधी नगर और टैंक बॉन्ड नामक तीन स्थानों पर आतंकवाद और पाकिस्तान के विरुद्ध कार्यक्रम में हिन्दू महासभा का आक्रोश फूटा। कहीं कैंडल मार्च, कहीं आक्रोश रैली और कहीं मोटरसाइकिल रैली निकाली गई। तीनों कार्यक्रमों में हिन्दू महासभा के कार्यकर्ताओं के साथ स्थानीय नागरिकों की सहभागिता भी दिखाई पड़ी।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष स्वामी कमलेश जी महाराज ने कैंडल मार्च का नेतृत्व करते हुए धर्म पूंछ कर आतंकवादियों द्वारा मारे गए 27 हिंदुओं को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए इस्लामिक आतंकवाद और उसके सरपरस्त पाकिस्तान से इसका बदला लेने का उद्घोष किया। उन्होंने कहा कि भारत में इस्लामिक आतंकवाद की जड़ें पाकिस्तान में हैं। पाकिस्तान का अंत किए बिना भारत को इस्लामिक आतंकवाद से मुक्त नहीं करवाया जा सकता।
स्वामी कमलेश जी महाराज ने कहा कि जम्मू कश्मीर सरकार आतंकवादी हमले की जिम्मेदार है। राज्य सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के अस्तित्व में आने के बाद हिंदुओं का नरसंहार जम्मू कश्मीर की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगाता है, जो राज्य सरकार की विफलता है।
राष्ट्रीय प्रवक्ता बी एन तिवारी ने कहा कि कश्मीर में कुछ स्थानीय कश्मीरियों की गद्दारी और आतंकवादियों से मिली भगत से ही पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों को अंजाम देने में सफल हो रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे गद्दारों और देशद्रोहियों की पहचान कर उन्हें गोली मार देनी चाहिए। आतंकवादियों और उनके सहयोगियों का यही हश्र होना चाहिए।