पूर्वांचल स्तरीय घुड़दौड़ प्रतियोगिता में लिलारी भरौली का घोड़ा रहा विजेता,
राष्ट्र की परम्परा
मऊ । जनपद के कोपागंज विकासखंड के सरवां सगड़ा धवरियासाथ स्थित सूर्यदेव मंदिर परिसर का मैदान मंगलवार को घोड़ों की टापों से गूंज उठा। पूर्व सैनिक स्वर्गीय कालेंदर यादव की स्मृति में आयोजित पूर्वांचल स्तरीय घुड़दौड़ प्रतियोगिता में पूरे क्षेत्र का जोश चरम पर था।
प्रतियोगिता में सबसे ज्यादा चर्चा का केंद्र रहा लिलारी भरौली निवासी श्रीकांत पांडेय का घोड़ा ‘तूफान’, जिसने सभी प्रतिद्वंद्वियों को पछाड़ते हुए लगातार तीसरी बार प्रथम स्थान हासिल किया।
दूसरे स्थान पर मऊ जिले के पूर्व मंत्री दयाराम पाल का घोड़ा ‘लिटिल फ्लावर’ और तीसरे स्थान पर चंदौली जिले के समारू यादव पहलवान का घोड़ा रहा।
जूनियर वर्ग में कुशीनगर की रूबी किन्नर के घोड़े ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि आजमगढ़ के पारस यादव के घोड़े ने दूसरा स्थान पाया।
पूर्वांचल और बिहार के कुल 82 घुड़सवारों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया। प्रतियोगिता चार चरणों में हुई—हर ग्रुप में छह प्रतिभागी उतरे। अंतिम राउंड में 12 घुड़सवारों ने जोरदार मुकाबला किया, जिसमें ‘तूफान’ ने सभी को पछाड़ते हुए बाजी मार ली।
प्रतियोगिता का शुभारंभ पूर्व कैबिनेट मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव, पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुजीत सिंह और आयोजक बाबा महेंद्र दास ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। हरी झंडी दिखाकर घोड़ों की रेस का रोमांचक आगाज हुआ।
विजेता और उपविजेता घुड़सवारों को सम्मानित करते हुए घोसी के पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुजीत सिंह और बिलरियागंज (आजमगढ़) के ब्लॉक प्रमुख रमेश यादव ने उन्हें शील्ड, कप और एक-एक रेंजर साइकिल भेंट की।इस दौरान मंच पर जिला पंचायत सदस्य सुभाष यदुवंशी, सपा पूर्व जिलाध्यक्ष शैलेंद्र उर्फ साधु यादव, व्यवस्थापक सुदामा यादव, एसओ घोसी , ग्राम प्रधान सुनील भारती, राजकुमार यादव, श्रीकांत पांडेय सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे
