Wednesday, October 29, 2025
Homeउत्तर प्रदेशDDU में शीघ्र शुरू होगा एचयूआरएल–एनएसडीसी स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम

DDU में शीघ्र शुरू होगा एचयूआरएल–एनएसडीसी स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम

400 विद्यार्थियों को मिलेगा उद्योग आधारित प्रशिक्षण, ₹32 लाख का स्टाइपेंड वितरित होगा

गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के रोजगारोन्मुख विकास और कौशल संवर्धन की दिशा में एक नई पहल करने जा रहा है। विश्वविद्यालय में एच.यू.आर.एल.–एन.एस.डी.सी. स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम शीघ्र प्रारम्भ होने जा रहा है, जिसके अंतर्गत लगभग 400 विद्यार्थियों को उद्योग आधारित प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षण पूर्ण करने वाले प्रत्येक विद्यार्थी को ₹8,000 की एकमुश्त सहायता राशि दी जाएगी, जिसके माध्यम से कुल ₹32 लाख का स्टाइपेंड वितरित होगा।
यह कार्यक्रम हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (HURL) और नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (NSDC) के संयुक्त तत्वावधान में मैपिंग स्किल्स टेक्नोलॉजी प्रा. लि. द्वारा संचालित किया जाएगा। इसके अंतर्गत विद्यार्थियों को प्रशिक्षण के साथ-साथ 70 प्रतिशत से अधिक प्लेसमेंट सहायता भी दी जाएगी।
कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य केवल अकादमिक उत्कृष्टता तक सीमित नहीं है, बल्कि विद्यार्थियों को उद्योग जगत की आवश्यकताओं के अनुरूप कौशलयुक्त, आत्मनिर्भर और प्रतिस्पर्धी बनाना है। यह प्रशिक्षण पहल छात्रों के लिए “सीखने से रोजगार तक” की दिशा में एक ठोस और प्रभावी कदम है।
निदेशक, गाइडेंस एंड प्लेसमेंट सेल प्रो. अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि बहुत शीघ्र परिसर में क्यूआर कोड जारी किए जाएंगे, जिनके माध्यम से इच्छुक विद्यार्थी स्वयं को इस प्रशिक्षण के लिए पंजीकृत कर सकेंगे। आवेदन प्राप्त होने के बाद चयन प्रक्रिया पूर्ण कर पात्र विद्यार्थियों को प्रशिक्षण में सम्मिलित किया जाएगा।
कुलपति के निर्देशानुसार विश्वविद्यालय के तीन विभाग — कॉमर्स, एम.बी.ए. तथा इलेक्ट्रॉनिक्स, को प्रशिक्षण केंद्र के रूप में चयनित किया गया है, जिनमें क्रमशः अकाउंट असिस्टेंट, रिटेल सेल्स एक्जीक्यूटिव तथा एफटीसीएपी (कंप्यूटिंग एवं परिधीय उपकरण तकनीशियन) के प्रशिक्षण संचालित होंगे।
उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम केवल एचयूआरएल तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि एनएसडीसी के सहयोग से राष्ट्रीय स्तर का प्रमाणपत्र भी प्रदान किया जाएगा, जिससे विद्यार्थियों के करियर अवसरों में वृद्धि होगी।
कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु कंपनी की ओर से बसु अग्रहरि को समन्वयक (SPOC) नियुक्त किया गया है, जो प्रशिक्षण गतिविधियों की निगरानी एवं समन्वय सुनिश्चित करेंगे।
यह पहल विश्वविद्यालय को कौशल विकास, उद्योग–शिक्षा सहयोग और छात्र रोजगार सशक्तिकरण के क्षेत्र में एक अग्रणी संस्थान के रूप में स्थापित करेगी।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments