July 4, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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यूजीसी नेट-जेआरएफ़ परीक्षा में चयनित हुए डीडीयू के शताधिक विद्यार्थी

यूजीसी नेट परीक्षा परिणाम में डीडीयू के विद्यार्थियों का शानदार प्रदर्शन, हिंदी विभाग ने मारी बाजी

गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने जून-2024 की यूजीसी नेट, जेआरएफ़ एवं पीएचडी पात्रता परीक्षा में शानदार प्रदर्शन किया है। यूजीसी नेट-जेआरएफ़ पात्रता परीक्षा में विभिन्न विभागों के सौ से अधिक छात्र चयनित हुए हैं।
ज्ञात हो कि पहली बार यूजीसी नेट पात्रता परीक्षा में जेआरएफ़, असिस्टेंट प्रोफ़ेसर के लिए नेट एवं पीएचडी के लिए पात्रता तय करते हुए तीन केटेगरी में परिणाम घोषित किया गया है।
गुरुवार की देर शाम घोषित हुए यूजीसी नेट परीक्षा परिणाम में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र, मनोविज्ञान, रक्षा अध्ययन, समाजशास्त्र, अंग्रेज़ी, हिन्दी, राजनीतिशास्त्र, उर्दू, विधि विभाग, भूगोल, संस्कृत, गणित, बायोटेक्नोलॉजी, होम साइंस, प्राचीन इतिहास, संगीत एवं ललितकला, प्राणिशास्त्र, शिक्षाशास्त्र, प्रौढ़ शिक्षा एवं वाणिज्य विषय के लगभग सौ छात्र-छात्राएँ नेट-जेआरएफ़ के लिए चयनित हुए हैं। इसमें दो दर्जन से अधिक विद्यार्थियों ने जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए सफलता प्राप्त की है। इसके अतिरिक्त बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने पीएचडी पात्रता के लिए भी परीक्षा उत्तीर्ण किया है। यहाँ यह विशेष उल्लेखनीय है कि हिन्दी, अंग्रेज़ी, राजनीतिशास्त्र, रक्षा अध्ययन एवं वाणिज्य विषय से बड़ी संख्या में छात्रों ने नेट-जेआरएफ़ के लिए सफलता हासिल की है।
विगत सत्र की नेट पात्रता परीक्षा में भी विश्वविद्यालय के 80 से अधिक विद्यार्थियों ने नेट-जेआरएफ़ पात्रता परीक्षा में अपना परचम लहराया था।
कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने यूजीसी नेट-जेआरएफ़ पात्रता परीक्षा में उत्तीर्ण विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा, “यह उपलब्धि हमारे विद्यार्थियों की कड़ी मेहनत का परिणाम है। विश्वविद्यालय निरंतर अपने विद्यार्थियों को नेट-जेआरएफ़ परीक्षा में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए अनुकूल वातावरण और उचित मार्गदर्शन उपलब्ध कराने का प्रयास करता रहा है। इसका परिणाम है कि लगभग सौ से अधिक छात्र नेट-जेआरएफ़ की परीक्षा में उत्तीर्ण हुए हैं। आगामी सत्र में भी इन परीक्षाओं की तैयारी के लिये अवसर उपलब्ध कराया जाएगा।’’
उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय अपने छात्रों को यूजीसी नेट परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए विभागीय स्तर पर गाइड करने का निरंतर प्रयास करता रहता है। इस दिशा में विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण के माध्यम से निःशुल्क यूजीसी नेट परीक्षा की तैयारी के कक्षाओं का भी संचालन किया गया था।
हिंदी विभाग ने मारी बाजी
हिंदी विभाग के आचार्य डॉक्टर अभिषेक शुक्ल ने बताया कि यूजीसी की इस प्रतिष्ठित परीक्षा में अब तक की जानकारी के अनुसार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हिंदी विभाग के विद्यार्थियों का रहा। दूसरे नंबर के लिए के कॉमर्स, इतिहास व राजनीतिशास्त्र के बीच क्रमशः उतार-चढ़ाव बना हुआ है। अब तक की जानकारी के अनुसार हिंदी विभाग में कुल 18 विद्यार्थियों ने यूजीसी नेट की परीक्षा उत्तीर्ण की है।