
बहराइच (राष्ट्र की परम्परा) । एक तरफ सरकार शिक्षा व्यवस्था पर काफी पैसा खर्च कर रही है और दवा करतीं हैं कि हमारे देश का हर नागरिक शिक्षित और पढ़ा लिखा हो और शिक्षा जागरूकता पर अनेक अभियान चला रही है। दूसरी तरफ कुछ लापरवाह अध्यापक इस शिक्षा पर ग्रहण लग रहे हैं। विद्यालय में शिक्षकों का समय से न पहुंचने पर बच्चों की पढ़ाई पूरी कैसे होगी यहां शिक्षा व्यवस्था पर शिक्षा विभाग पर एक प्रश्न चिन्ह बन रहा है। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे अपने समय से विद्यालय तो पहुंच जाते हैं लेकिन विद्यालय पहुंचकर गुरु जी का इन्तजार करते रहते हैं। तुराब गांव के प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों ने बताया कि समय से विलंब हो रहा है और अभी गुरु जी नहीं आयें है। विकास खण्ड नवाबगंज अन्तर्गत ग्राम पंचायत सती जोर के मजरा तूराब गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय में सुबह पढ़ने वाले बच्चे तो पहुंच गये लेकिन विद्यालय के गेट में ताला लगा था। विद्यालय में पढ़ाई के लिये आए इरशाद कक्षा चार हसन अली कक्षा 2 रिहान कक्षा तीन गुलशाना कक्षा चार अनस रजा कक्षा चार गुलबसा कक्षा पांच अनीस रजा कक्षा एक तौफीक कक्षा चार सहित बच्चे विद्यालय में खुलने का इंतजार गेट पर खड़े कर रहे थे और पढ़ने वाले बच्चों ने बताया कि प्रधानाध्यापक सहायक अध्यापक शिक्षामित्र समय से विद्यालय में नहीं पहुंचे हैं अभी और हम लोगों के पढ़ाई-लिखाई में समय का अभाव हो रहा। वहीं ब्लाक नवाबगंज क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय मनसुख गांव में भी समय से कोई अध्यापक मौजूद नहीं रहा लेकिन जब इस सम्बन्ध में इंचार्ज प्रधानाध्यापक पुष्पेन्द्र कुमार यादव से बात कि गई तो उन्होंने बताया कि हमारी ट्रेनिंग बाबागंज बीआरसी पर लगीं हैं और संकुल प्रभारी तीरथ राम ने दूसरे प्रधानाध्यापक को हमारे जगह पर विद्यालय में पढ़ाने के लिये बोला होगा लेकिन विद्याल में पढ़ाई करने वाले बच्चे शैलेष कक्षा पांच, हासीना बानों कक्षा पांच, निसा कक्षा एक, नंदलाल गौतम कक्षा पांच,सबनम बानों कक्षा दो , मोहम्मद आसिफ कक्षा तीन, अशोक कुमार गौतम कक्षा पांच ने बताया कि मास्टर साहब नहीं आयें है। इस सम्बन्ध में खण्ड शिक्षा अधिकारी राधेश्याम वर्मा से बात की गई तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।