November 22, 2024

राष्ट्र की परम्परा

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हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ होली मिलन समारोह

समाज सुधार के लिए आजमगढ़ डीएम की धर्मपत्नी ने दिया नसीहत

आजमगढ़ (राष्ट्र की परम्परा)
जिले के शारदा चौराहे पर स्थित ग्रैंड एसआर होटल में नारी शक्ति संस्थान द्वारा, होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया ।
इस मौके पर पूर्वांचल के विभिन्न जिलों से समाजसेवी और कवित्री, लेखिका, तथा समाज में अपनी अलग पहचान बनाने वाली तमाम महिला हस्तियों को आमंत्रित किया गया था। नारी शक्ति संस्थान द्वारा इन महिलाओं के अच्छे काम के लिए पुष्प हार मोमेंटो और तुलसी का पौधा तथा अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर होली की छटा बिखेरते हुए महिला कलाकारों द्वारा नृत्य प्रस्तुत किया गया, जिसे देखकर दर्शक भावविभोर हो गए। इस मौके पर एसडीएम लालगंज, एसडीम सदर, ने नारी शक्ति संस्थान का आभार प्रकट करते हुए कहा कि महिलाओं को अपनी अलग पहचान बनानी चाहिए, साथ ही साथ उन्हें दो बेटे या दो बेटी से ज्यादा संतान की उत्पत्ति नहीं करनी चाहिए, इन्हीं दो को पढ़ा लिखा कर आत्मनिर्भर बनाना चाहिए और सामाजिकता पूरी तरह से सीखानी चाहिए। इस मौके पर जिला अधिकारी आजमगढ़ विशाल भारद्वाज की धर्मपत्नी अंगिरा भारद्वाज ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जितना ध्यान लोग अपने बेटों पर देते हैं, उतना ही ध्यान बेटियों पर भी देना चाहिए बेटियों को पढ़ा लिखा कर शिक्षित बनाना चाहिए और इतना पढाये कि वह खुद नौकरी करके आत्मनिर्भर बने, ताकि शादी के बाद उसे पति के अधीन न रहना पड़े ।
यदि कोई जरूरत पड़े तो खुद अपनी जरूरत अपने से पूरी कर सके, लेकिन ध्यान रहे कि इन जरूरतों को पूरी करते समय परिवार के बीच कोई अड़चन पैदा ना हो, इस बीच उन्हें ससुराल पक्ष का भी ख्याल रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर बेटी को अपनी ससुराल में सास ससुर का भी उतना ही ख्याल करना चाहिए, जितना वह मायके मे अपने माता-पिता का करती हैं ।
और वहीं ससुराल पक्ष को भी चाहिए कि हर बहू का उतना ही ख्याल करें जितना अपनी बेटियों का करते हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि हम दूसरों को नसीहत देने से पहले खुद को बदलें, खुद को समझें और अपने परिवार को संभाले, क्योंकि जब हम और हमारा परिवार बादलेगा तो हमें दूसरों को ही संभालने का और बदलने का मौका मिलेगा ।और जब सभी लोग अपनी अपनी जिम्मेदारियां समझ कर अपने आप को समझ लेंगे, अपने परिवार को सुधारेगे तो फिर किसी तरह का कोई गलत कार्य नहीं होगा, न समाज में कोई दिक्कत होगी नहीं किसी को कोई हेय दृष्टि से देखेगा ।हम बदलेंगे तो जग बदलेगा इसलिए दूसरों को बदलने और कुछ कहने से पहले अपने आप को बदलिए, अपने आप को सुधारिये। कार्यक्रम के अंत में नारी शक्ति संस्थान की सचिव डॉ पूनम तिवारी ने आगंतुकों का आभार प्रकट किया।