July 7, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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फवाद खान फिल्म अबीर गुलाल को भारत में प्रदर्शित नहीं करने के निर्णय का हिन्दू महासभा ने स्वागत किया – बी एन तिवारी

नई दिल्ली (राष्ट्र की परम्परा) अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्पलाइज द्वारा पाकिस्तानी नायक फवाद खान की हिन्दी फिल्म अबीर गुलाल को भारत में प्रदर्शित करने पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लेने का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि फेडरेशन का यह निर्णय बॉलीवुड को पाकिस्तानी तंत्र से मुक्त करवाने और पहलगाम नरसंहार का आक्रोश प्रकट करने का प्रभावी कदम है।
हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता बी एन तिवारी ने जारी बयान में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि फेडरेशन ने पहलगाम हमले की जानकारी मिलने के तुरंत बाद फवाद खान की हिन्दी फिल्म अबीर गुलाल को भारत में प्रदर्शित नहीं करने की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा फेडरेशन ने पहलगाम नरसंहार में मारे गए हिंदुओं को श्रद्धांजलि अर्पित कर बॉलीवुड में सक्रिय पाकिस्तानी कलाकारों, गीतकारों और तकनीशियन्स का पूर्ण बहिष्कार करने और उनके साथ काम नहीं करने का निर्णय भी लिया गया है।
बी एन तिवारी ने बताया कि बॉलीवुड में जो भी पाकिस्तानियों या उनसे संपर्क रखने वाले के साथ काम करता पाया जाएगा, उसका भी बहिष्कार करते हुए बॉलीवुड से उसका हुक्का पानी बंद किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अब बॉलीवुड में पाकिस्तानियों और उनके समर्थकों के लिए कोई जगह नहीं है। बॉलीवुड को राष्ट्रद्रोही और सनातन विरोधी तत्वों का अड्डा नहीं बनाने दिया जाएगा।
बी एन तिवारी ने बताया कि 14 फरवरी 2019 को जम्मू कश्मीर पुलवामा में आतंकवादी हमले में बलिदान हुए 40 सैनिकों के बाद भी फेडरेशन और बॉलीवुड ने पाकिस्तानी नायक नायिकाओं, गीतकारों, संगीतकारों और तकनीशियन्स का बहिष्कार किया था। उन्होंने कहा कि यदि केंद्र सरकार ने पुलवामा हमले के समय ही पाकिस्तान पर सैन्य हमला किया होता तो आज हमे पहलगाम में 27 निर्दोष हिंदुओं का नरसंहार नहीं हुआ होता। उन्हें प्रधानमंत्री द्वारा अटारी बॉर्डर बंद करने, सिंधु जल समझौता रद्द करने, पाकिस्तानी उच्चायोग बंद करने और भारत में रह रहे गैर हिन्दू पाकिस्तानी नागरिकों से 48 घंटे में भारत छोड़ने के निर्णय की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि पुलवामा नरसंहार का बदला इतनी सी कार्रवाई से पूरा नहीं होगा। भारत को पाकिस्तान पर सैन्य हमला करना और अखंड भारत में शामिल करना ही पाकिस्तानी आतंकवाद को समाप्त करने का एकमात्र फॉर्मूला है।