बहराइच (राष्ट्र की परम्परा)
पयागपुर के ऐतिहासिक राम लीला मैदान में चल रही श्रीमदभागवत कथा के पांचवे दिवस कथा वाचक रविशंकर महराज द्वारा श्री कृष्ण की बाल लीला से लेकर ,पूतना वध गोवर्धन पूजा और कंस वध तक की कथा का वर्णन किया गया।देर रात तक सैकड़ों श्रोता गण कथा का रसपान करते रहे।चतुर्थ दिवस की कृष्ण जन्म की कथा से आगे का वर्णन करते हुए कथावाचक ने कहा कि भागवत कथा में दो योग माया का वर्णन किया गया है।एक योग माया ने मथुरा में श्री कृष्ण के जन्म के समय अपना प्रभाव दिखाया और दूसरी योग माया ने गोकुल में नंद बाबा के घर बालक कृष्ण पहुंचते समय दिखाया । नंद बाबा के घर बालक जन्म की खुशी में नंदोत्सव मनाया गया।इसके बाद बाल लीला ,गोपियों के साथ रास लीला पूतना वध के बाद कालिया नाग के दहन के बाद कंस वध की मार्मिक कथा को सुनकर श्रोता भाव विभोर हो उठे। बाल लीला के दौरान ही कथा वाचक ने अभिभावकों को बच्चो के लालन पालन के लिए संस्कार की शिक्षा पर बल दिया। कथा को सुनने के लिए देर रात तक श्रोताओ की भारी भीड़ जमा रही।कथा के जजमान विनोद और मनोज अग्रवाल दंपत्ति है।भागवत कथा के प्रबंधन में पंकज माहेश्वरी,पुनीत अग्रवाल पीयूष अग्रवाल और प्रफुल्ल अग्रवाल सहित सभी कार्यकर्ता सक्रिय रहे।
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