देवरिया (राष्ट्र की परम्परा)। महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, देवरिया के तत्वावधान में दीवानी न्यायालय सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जनपद न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री राम मिलन सिंह ने दोनों महापुरुषों की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया।इस अवसर पर उन्होंने कहा कि गांधीजी और शास्त्रीजी ने अपने जीवन से हमें सत्य, अहिंसा, अनुशासन और स्वच्छता का संदेश दिया। “इनके सिद्धांतों को आत्मसात कर समाज को स्वच्छ और सुंदर बनाकर ही हम इन महापुरुषों के प्रति अपनी सच्ची कृतज्ञता व्यक्त कर सकते हैं,” उन्होंने कहा।अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश श्री वीरेंद्र सिंह ने दोनों महापुरुषों को युगपुरुष बताते हुए कहा कि उन्होंने सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए देश को स्वतंत्रता दिलाई। वे केवल नेता ही नहीं बल्कि निष्काम कर्मयोगी भी थे।सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री मनोज कुमार तिवारी ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि “अपने विचारों में अहिंसक होना ही व्यक्तित्व को संवारता है।” उन्होंने लोकप्रिय भजन रघुपति राघव राजा राम गाकर उपस्थित सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री हरिराम ने कहा कि गांधी और शास्त्रीजी के आदर्शों को अपनाकर अनुशासन, परिश्रम, धैर्य और ईमानदारी से जीवन में कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री मनोज कुमार मिश्र ने गांधी और शास्त्रीजी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विश्व के महान नेता नेल्सन मंडेला और मार्टिन लूथर किंग जूनियर ने भी गांधीजी को अपना आदर्श मानकर उनके पदचिह्नों का अनुसरण किया।वरिष्ठ अधिवक्ता सुभाष चंद्र राव, सिंहासन गिरि, दिवाकर शुक्ला, विजय शंकर चौरसिया, अमित मणि त्रिपाठी, अर्जुन कुमार यादव, दीपक कुमार त्रिपाठी (चीफ, एल0ए0डी0सी0एस0), ओम प्रकाश तिवारी (डिप्टी, एल0ए0डी0सी0एस0) सहित अन्य अधिवक्ताओं और गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।कार्यक्रम में जनपद के समस्त न्यायिक अधिकारी, जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज कुमार मिश्र, मंत्री अर्जुन कुमार यादव, अधिवक्तागण, कर्मचारी और सुरक्षाकर्मी उपस्थित रहे।
राष्ट्रपिता एवं शास्त्री जी के सिद्धांतों को आत्मसात कर ही व्यक्त कर सकते हैं कृतज्ञता
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