बलरामपुर(राष्ट्र की परम्परा)12 अक्टूबर..
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा जनपद बलरामपुर का हवाई सर्वेक्षण कर बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया गया तथा तहसील सदर के ग्राम मझउवा में बाढ़ प्रभावितों से संवाद किया गया एवं राहत सामग्री वितरित की गई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा इस वर्ष अगस्त- सितंबर के बजाय अक्टूबर माह में भारी बारिश के कारण बलरामपुर की जनता को अप्रत्याशित बाढ़ की त्रासदी का सामना करना पड़ रहा है। पिछले तीन-चार वर्षो में राप्ती नदी पर बाढ़ रोकने के लिए काफी कार्य किए गए जिसके कारण जनपद में बाढ़ की त्रासदी का सामना नहीं करना पड़ रहा था, लेकिन पहाड़ों पर भारी बारिश के कारण अप्रत्याशित बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि पहले किसान सूखे का सामना करना पड़ा अब जब फसल खड़ी है तब किसान को बाढ़ का सामना करना पड़ा रहा है। बाढ़ प्रभावित जनपदों का जायजा लेने के लिए मंत्रियों के समूह को भेजा जा रहा है एवं स्वयं भी बाढ़ प्रभावित जनपदों का दौरा किया जा रहा है। जनपद बलरामपुर में 380 से भी अधिक के ग्राम बाढ़ प्रभावित है। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित परिवारों को युद्ध स्तर पर राहत सामग्री वितरित किए जाएं। जिला प्रशासन को राहत सामग्री जिसमें आटा, चावल, गेहूं, चना, तेल, नमक, दाल, दियासलाई मोमबत्ती, बाल्टी आदि उपलब्ध कराई गई है। नदी के जलस्तर बढ़ जाने से तेज प्रवाह कारण मुख्य मार्गों के कट जाने के कारण राहत एवं बचाव कार्य थोड़ा बाधित हुआ। लेकिन प्रशासन द्वारा युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य किया जा रहा है। जनप्रतिनिधि पीड़ित परिवारों को राहत सामग्री उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
जनहानि पर पीड़ित परिवार को चार लाख रुपए का मुआवजा तत्काल उपलब्ध कराया जाए। यदि किसी परिवार का मकान क्षतिग्रस्त हो गया है, तो उन्हें मुख्यमंत्री आवास उपलब्ध कराया जाए जिनके मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए तथा पशुहानि हुई है उन्हें भी आर्थिक सहायता तत्काल उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि सांप, बिच्छू अथवा जंगली जानवर के काटने पर पीड़ित परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए। सांप के काटने पर तत्काल एंटी वेनम टीका लगाए जाना सुनिश्चित किया जाए। सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर एंटी वेनम टीका एवं कुत्ते के काटने का टीका उपलब्ध हो। इसमें लापरवाही बिल्कुल ना हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ के पानी के उतरने के बाद तत्काल स्वच्छता, सैनिटाइजेशन एवं छिड़काव की कार्यवाही तेजी से चलाया जाए। शुद्ध पेयजल की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए, लोगों को पानी उबालकर पीने के लिए जागरूक किया जाए। किसान जिनकी फसल का बाढ़ एवं सूखे से नुकसान हुआ है नुकसान का सर्वे कराते हुए, तत्काल आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि बाढ़ की त्रासदी का मुकाबला सभी मिलकर करें। जिन बाढ़ प्रभावित ग्रामों में भोजन बनाने की व्यवस्था नहीं है वहां पर कम्युनिटी किचन की व्यवस्था की जाए, यदि ग्राम में कम्युनिटी किचन उपलब्ध नहीं हो पा रही है तो वहां पर सुबह एवं रात्रि का भोजन उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित परिवारों के साथ सरकार खड़ी है, सभी को हरसंभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी।
इस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा बाढ़ प्रभावितों के बीच में जाकर उनसे कुशल क्षेम पूछा गया। इस दौरान उन्होंने बच्चों को बिस्कुट एवं चॉकलेट बाटा एवं गोद में उठाकर दुलार किया। मुख्यमंत्री के स्नेह से बाढ़ प्रभावित परिवार गदगद दिखे।
इस अवसर पर विधायक बलरामपुर सदर पल्टूराम, विधायक उतरौला रामप्रताप वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष आरती तिवारी, पूर्व विधायक शैलेश कुमार सिंह ‘शैलू’ मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल, जिलाधिकारी डॉ महेंद्र कुमार, पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सक्सेना, मुख्य विकास अधिकारी संजीव कुमार मौर्य, अपर जिलाधिकारी राम अभिलाष, उप जिलाधिकारी बलरामपुर सदर राजेंद्र बहादुर, उप जिलाधिकारी उतरौला संतोष कुमार ओझा, चंद्र प्रकाश सिंह गुड्डू, मीडिया प्रभारी डी पी सिंह, बृजेंद्र तिवारी, जनप्रतिनिधिगण एवं अन्य संबंधित अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
संवाददाता बलरामपुर..
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