May 10, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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गुणवत्तायुक्त शिक्षा हेतु निरंतर प्रयासरत गोरखपुर विश्वविद्यालय: प्रो.पूनम टंडन

गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय के इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल (आईक्यूएसी) द्वारा ‘उच्च शिक्षण संस्थानों में गुणवत्तायुक्त शिक्षा’ विषयक चर्चा आयोजित की गई। चर्चा के मुख्य वक्ता बुंदेलखंड व कानपुर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. जेवी वैशम्पायन रहे।
आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित इस चर्चा में कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि हमारा विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा में गुणवत्ता बनाए रखने हेतु गंभीर है। उच्च शिक्षा की चुनौतियों का हम मजबूती से सामना कर रहे हैं। हम अपने सामूहिक प्रयत्नों से धीरे-धीरे समाधान की ओर बढ़ रहे हैं। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा विश्वविद्यालय की प्राथमिकता में है।
सी.आई.ए मतलब करिकुलम, इंफ्रास्ट्रक्चर और असेसमेंट को बेहतर करने पर जोर दिया जाए: प्रो जे. वी. वैशम्पायन
मुख्य वक्ता प्रो जेवी वैशम्पायन ने
उच्च शिक्षा संस्थानों में शिक्षा की गुणवत्ता पर जोर देते हुए कहा कि हमें प्रमुख मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना होगा। उन्होंने ने सी.आई.ए मतलब करिकुलम, इंफ्रास्ट्रक्चर और असेसमेंट को बेहतर करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य करिकुलम में नवीनतम स्थापित ज्ञान को पढ़ाने की आवश्यकता है। नए कार्यक्रम सिर्फ विद्यार्थियों को नहीं बल्कि शिक्षकों को भी प्रोत्साहित करते हैं और कुछ नया सीखने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। इसके अलावा शिक्षकों को करिकुलम के आगे भी जाने की आवश्यकता है जिससे विद्यार्थियों को नया ज्ञान अर्जित हो। उन्होंने कहा कि आई मतलब इंस्ट्रक्शन जिसका उद्देश्य टीचिंग (शिक्षण) से है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को विद्यार्थियों की आवश्यकता के अनुसार शिक्षण करना चाहिए तथा उन्हें कक्षा के अंदर और बाहर भी ज्ञान और व्यवहार में उच्चतम स्तर स्थापित करने की आवश्यकता है।
उन्होंने आई मतलब असेसमेंट को बेहतर करने पर जोर दिया।
चर्चा का संचालन प्रो. गौरहरि बेहरा तथा धन्यवाद ज्ञापन आई.क्यू.ए.सी के निदेशक प्रो. सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने किया।
इस चर्चा मेंबड़ी संख्या में शिक्षकों ने इस कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।