July 7, 2025

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

दो रेंज के फॉरेस्ट टीम ने 2 अंतर्राष्ट्रीय शिकारी को अवैध असलहा के साथ गिरफ्तार बाकी फरार

(बाक्स में)

नेपाल भारत सीमा पर सीमा सुरक्षा बल हैं तैनाती फिर कैसे घुसते हैं अवैध असलहे के साथ जंगल में अंतर्राष्ट्रीय शिकारी

बहराइच (राष्ट्र की परम्परा)। आरक्षित अब्दुल्ला गंज रेंज नेपाल भारत के सीमा से सटा हुआ है जहां सीमा सुरक्षा बल की तैनाती भी है सीमा पर सुरक्षा बलों की कैम्प व चेक पोस्ट भी हैं फिर अवैध हथियार के साथ इतनी बड़ी तादाद में कैसे जंगल में घुसते हैं शिकारी।
जहां इस से पहले भी पकड़े जा चुके हैं नेपाल के अवैध असलहे के साथ शिकारी इस क्रम में अब्दुल्लागंज रेंज के वन क्षेत्र में राष्ट्र नेपाल के कुछ शिकारी अवैध असलहा के साथ शिकार के उद्देश्य से जंगल में घुस गये।जिसपर अब्दुल्ला गंज रेंज क्षेत्रीय वन अधिकारी पंकज साहू को मुखबिर द्वारा सूचना मिलने पर अपने वन स्टॉफ टीम के वन दरोगा दिनेश पांडेय, वन दरोगा सुरेश पासवान, वन दरोगा शंभू यादव ,वन रक्षक मनोज तिवारी, वन रक्षक सुरेश वर्मा, वन रक्षक मनोज सिंह, वन रक्षक देव वर्मा सहित रूपईडीहा रेंज को तत्काल सूचना दी। इस पर उनका सहयोग लेकर क्षेत्रीय वन अधिकारी अतुल श्रीवास्तव डिप्टी रेंजर विनय राणा वन दरोगा अरशद खान वन दरोगा अनंतराम वन दरोगा हरिओम गौतम वन रक्षक ब्रह्मदेव के साथ संयुक्त रूप से अब्दुल्ला गंज रेंज के कक्ष संख्या पांच में बड़ी गहनता से घेराबंदी किया गया।
जिस पर क्षेत्रीय वनअधिकारी ने बताया कि शिकारियों से मुड़ भेड़ हुई जिसके बाद घेराबंदी के दौरान लगभग दस शिकारी अवैध असलहों के साथ दिखाईं दिये। जिस पर दोनों टीमों ने शिकारियों के साथ लगभग दो घंटे तक मुठभेड़ हुई जहां 2 शिकारी को दबोचा गया और बाकी मौका से चकमा देकर फरार हो गये। दबोचे गये शिकारियों के पास से शाही जानवर के कांटे एक भरुआ बन्दूक व खाबड़ बरामद हुआ। पकड़े गये शिकारी वीरेन्द्र पुत्र नन्हू उर्म लगभग 20 वर्ष एवं दुसरा शिकारी विरक्षा पुत्र इतवारी उर्म लगभग 22 वर्ष निवासी चौधरी पूर्वा थाना हिर मिनिया जिला बांके राष्ट्र नेपाल के हैं। क्षेत्रीय वन अधिकारी पंकज कुमार साहू ने बताया की मुठभेड़ में वन विभाग के दो वन कर्मियों को कुछ चोट आई है जिसमें वन रक्षक मनोज तिवारी वन रक्षक सुरेश कुमार है जिनका प्राथमिक उपचार चल रहा है। शिकारियों के खिलाफ अपराध पंजीकृत कर न्यायालय हेतु रवाना किया गया। लेकिन एक यह सवाल उठ रहा सीमा सुरक्षा व्यवस्था के बाद फिर जंगल में कैसे घुसते हैं अवैध असलहे के साथ अंतर्राष्ट्रीय शिकारी।