बलिया(राष्ट्र की परम्परा)
जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय में 19 नवंबर से संचालित विषम सेमेस्टर की परीक्षाओं के दौरान नकलविहीन परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़ी निगरानी की जा रही है। विश्वविद्यालय परिसर सहित सम्बद्ध कॉलेजों के 82,916 परीक्षार्थियों के लिए 7 नोडल केंद्र एवं 39 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता तथा परीक्षा नियंत्रक/कुलसचिव एस.एल. पाल परीक्षा व्यवस्था की लगातार समीक्षा कर रहे हैं।
यूजी-पीजी की प्रथम, तृतीय एवं पंचम सेमेस्टर की परीक्षाएँ तीन पालियों—प्रातः 8 से 10 बजे, 11.30 से 1.30 बजे तथा 2.40 से 4.30 बजे—में आयोजित की जा रही हैं। परीक्षा प्रणाली को पारदर्शी रखने के लिए विश्वविद्यालय ने दो उड़ाका दल का गठन किया है। पहली टीम, जिसमें डॉ. संदीप पांडे के नेतृत्व में डॉ. किशन कुमार एवं डॉ. तृप्ति तिवारी शामिल हैं, ने किसान मजदूर पीजी कॉलेज, कंसो पटना से एक परीक्षार्थी तथा सतीश चंद्र कॉलेज से एक परीक्षार्थी को मोबाइल के साथ पकड़ा। दूसरी टीम के प्रभारी डॉ. मनोज कुमार तथा सदस्य डॉ. कौशल कुमार पांडे और डॉ. माला कुमारी ने बजरंग पीजी कॉलेज से एक तथा विवि परिसर से दो परीक्षार्थियों को अनुचित साधन का प्रयोग करते हुए पकड़ लिया। दोनों टीमें लगातार परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण कर रही हैं तथा परीक्षार्थियों की सघन तलाशी ले रही हैं। पकड़े गए सभी पांच नकलचियों पर विश्वविद्यालय कठोर कार्रवाई करने जा रहा है। वहीं, विश्वविद्यालय परिसर में तृतीय पाली में आयोजित पीजीडीजेएमसी, पीजीडीसीए, बीएफए और बीएससी कृषि की परीक्षाएँ केंद्राध्यक्ष डॉ. पुष्पा मिश्रा और सहायक केंद्राध्यक्ष डॉ. दिलीप कुमार मद्धेसिया के निर्देशन में शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुईं।
