
देवरिया, (राष्ट्र की परम्परा)
किसानों के हितों की अनदेखी कर उर्वरक की कालाबाजारी और जमाखोरी करने वालों पर जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। जिला कृषि अधिकारी उदय शंकर सिंह ने जानकारी दी कि विकास खण्ड बनकटा क्षेत्र के मेसर्स पवन एंड रितेश इंटरप्राइजेज, बलियन तथा मेसर्स एग्री जंक्शन, हाटा के विरुद्ध यूरिया एवं अन्य उर्वरकों को निर्धारित दर से अधिक मूल्य पर बेचने और कालाबाजारी की शिकायतें प्राप्त हुई थीं।
शिकायतों की जांच 12 सितम्बर को की गई, जिसमें पाया गया कि विक्रेताओं ने किसानों से अधिक दर वसूली की। इतना ही नहीं, एम.एफ.एम.एस. पोर्टल पर एक कृषक के नाम से 07 बोरी यूरिया दिखाई गई, जबकि वास्तव में कृषक को केवल 01 बोरी ही दी गई थी। इसके अलावा किसानों को कैश मेमो भी नहीं जारी किए जा रहे थे।
कृषि अधिकारी ने बताया कि यह कार्यवाही उर्वरक नियंत्रण आदेश, 1985 के प्रावधानों का उल्लंघन है तथा आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3/7 के अंतर्गत दंडनीय अपराध है। जिलाधिकारी के आदेशानुसार उसी दिन थाना श्रीरामपुर में संबंधित विक्रेताओं के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करा दी गई।
उन्होंने सभी उर्वरक विक्रेताओं को चेतावनी दी कि निर्धारित दर पर ही बिक्री करें और किसानों को विधिवत कैश मेमो उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि भविष्य में अनियमितता पाए जाने पर दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।