November 22, 2024

राष्ट्र की परम्परा

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वित्तीय साक्षरता: भावी सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण

गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)। दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के वाणिज्य संकाय द्वारा 43वें दीक्षांत सप्ताह समारोह के अंतर्गत वित्तीय साक्षरता पर व्याख्यान आयोजित हुआ।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में एंजल वन लिमिटेड के यूपी और उत्तराखंड के क्षेत्रीय उत्पाद प्रबंधक फैसल खान, प्रबंधक लव प्रकाश, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड के उप प्रबंधक उमा शंकर पांडेय, दिव्यांश सिंह एंजल वन के चैनल पार्टनर उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष और अधिष्ठाता प्रो.श्रीवर्धन पाठक के स्वागत अभिवादन के साथ हुआ। उन्होंने अतिथियों का स्वागत किया तथा वित्तीय साक्षरता से संबंधित प्रारंभिक वक्तव्य प्रस्तुत किया।
एंजल वन लिमिटेड के उत्पाद प्रबंधक फैसल खान ने वित्तीय साक्षरता, निवेश की आवश्यकता, निवेश का समय कारक एवं मुद्रास्फीति की दर , आदि विषयों से कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को अवगत कराया।
तदोपरांत उमा शंकर पांडेय ने म्यूचुअल फंड और उससे जुड़ी अवधारणाओं पर महत्वपूर्ण जानकारी दी।
उन्होंने वित्तीय साक्षरता, निवेश, सेवानिवृत्ति कर, संपत्ति साक्षरता, धन सृजन वैकल्पिक आय, एसआईपी (व्यवस्थित निवेश योजना), एसडब्ल्यूपी (व्यवस्थित निकासी योजना), कस्टम विदड्रॉल प्लान और कई अन्य विषयों को प्रकाशित किया।
लव प्रकाश ने शेयर बाजार के साथ ही डिमैट खाते के महत्व के विषय में भी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। दिव्यांश सिंह ने निवेश कैसे शुरू करें, इस प्रश्न पर विस्तृत वक्तव्य प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में विभिन्न वित्तीय सेवा प्रदाताओं के कई प्रतिनिधि उपस्थित रहे, जिन्होंने स्वास्थ्य बीमा, टर्म इंश्योरेंस आदि विषयों पर विस्तृत चर्चा की।
कार्यक्रम के अंत में डॉ. अंशु गुप्ता, जिन्होंने इस कार्यक्रम का प्रबंधन और संचालन किया, उन्होंने विशिष्ट वक्ताओं को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने यह भी कहा कि यह कार्यक्रम न केवल वित्तीय साक्षरता से जुड़ा है बल्कि निवेश साक्षरता, कर साक्षरता, बीमा साक्षरता और वित्त से जुड़े सभी आयामों के लिए है।
कार्यक्रम में प्रो. आरपी सिंह, प्रो. आशीष कुमार श्रीवास्तव, प्रो. अनिल यादव, डॉ. हर्ष देव वर्मा, डॉ. मनीष कुमार, डॉ. राहुल मिश्रा, एचएमसीटी संकाय के अतिथि शिक्षक, बी.कॉम बैंकिंग बीमा संकाय के अतिथि शिक्षक एवं शोध विद्यार्थी उपस्थित रहे।