महराजगंज(राष्ट्र की परम्परा)। ठूठीबारी कोतवाली क्षेत्र के सुकरहर गांव में शुक्रवार को स्नान के दौरान दर्दनाक हादसा हो गया। आंगन में लगे हैंडपंप से करंट दौड़ जाने पर पिता-पुत्र की मौत हो गई।
घटना से पूरे गांव में कोहराम मच गया।श्रीकांत यादव 60 वर्ष आंगन में लगे हैंडपंप से स्नान कर रहे थे। हैंडपंप पर बिजली से जुड़ा मोटर पंप लगा था। अचानक करंट पूरे हैंडपंप में दौड़ गया और श्रीकांत चपेट में आकर गिर पड़े। पिता को छटपटाता देख बेटा संतोष यादव 25 वर्ष बचाने दौड़ा, लेकिन वह भी करंट की चपेट में आकर वहीं गिर पड़ा। परिजन आनन-फानन में दोनों को सीएचसी निचलौल ले गए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि मोटर पंप में कई दिनों से करंट लीकेज था लेकिन मरम्मत नहीं कराई गई। अगर समय रहते सुधार कर लिया जाता तो यह बड़ा हादसा टल सकता था।
क्षइस संबंध में कार्यवाहक थानाध्यक्ष प्रणव ओझा ने बताया कि शवों का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मृतक श्रीकांत यादव अपने पीछे पत्नी, चार बेटियों और दो बेटों का परिवार छोड़ गए हैं।

संतोष का सपना टूटा, श्रीकांत की जिम्मेदारी अधूरी

सुकरहर गांव के यादव परिवार पर एक महीने के भीतर दोहरी विपत्ति टूट पड़ी है। बीस दिन पहले ही श्रीकांत यादव का बड़ा बेटा सुभाष गुजरात के अहमदाबाद में सड़क हादसे का शिकार हो गया था और उसका इलाज अब भी चल रहा है। इसी बीच शुक्रवार की सुबह श्रीकांत व उनके छोटे बेटे संतोष की करंट हादसे में मौत हो गई। परिवार पर मानो दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा है।श्रीकांत खेती-किसानी से परिवार का भरण-पोषण करते थे। घर पर रहकर संतोष भी पिता का सहयोग करता था। संतोष मेहनती और परिवार का सहारा माना जाता था। उसकी शादी की चर्चा भी घर-गांव में चल रही थी। लेकिन अचानक हुई इस दुर्घटना ने परिवार की खुशियां मातम में बदल दीं। गांव के लोग बताते हैं कि श्रीकांत हमेशा मददगार स्वभाव के थे और बेटे संतोष को भी उसी संस्कार में पाला। घटना के बाद गांव के लोग स्तब्ध हैं। लोग बिजली उपकरणों के रख-रखाव की लापरवाही को इस हादसे का कारण मान रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गांव-देहात में बिजली की मरम्मत व सुरक्षा को लेकर प्रशासन गंभीर नहीं रहता, जिससे ऐसी घटनाएं होती रहती हैं।अब परिवार में श्रीकांत की पत्नी कमलावती और विवाहित बेटियों के अलावा घायल अवस्था में गुजरात में भर्ती बेटा सुभाष बचा है। गांव के लोग प्रशासन से परिवार को आर्थिक मदद दिलाने की मांग कर रहे हैं।