Tuesday, December 23, 2025
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हाईवे निर्माण का किसानों ने किया विरोध,बैरंग लौटी जेसीबी

महराजगंज(राष्ट्र की परम्परा)।निचलौल- महराजगंज मार्ग पर पतरेंगवां से हरिहरपुर बाया अमतहां होते हुए मिठौरा मिलने वाली बाईपास सड़क का निर्माण करने पहुंचे ठेकेदार और जेसीबी को बैरंग वापस लौटना पड़ा कारण था कि उक्त एनएच के लिए अधिग्रहीत भूमि का मुआवजा किसानों को नही मिला है।
किसान राममिलन यादव,मधुप पटेल,मुकेश पटेल,सुरेश दूबे,राज देव,नागेन्द्र,लक्ष्मी पटेल रामप्रीत ,कोईल, शिवनन्दन आदि दर्जनों किसानों ने कहा कि हल्का लेखपाल द्वारा गलत पैमाइश की गई है और जमीन का मूल्यांकन भी मनमाने तरीके से किया गया है और तो और बहुत से किसानों का मुआवजा भी नही मिला है ऐसे में जब तक जमीन का सही मूल्यांकन नहीं हो जाता और सभी किसानों की भूमि का मुआवजा नहीं मिल जाता तब तक निर्माण कार्य किया जाना किसानों के लिए अहितकर है।ऐसे में हम सभी किसान एक स्वर में इस हाईवे निर्माण का विरोध करते हैं।किसानों ने एक स्वर में कहा कि हल्का लेखपाल ने 45 मीटर चौड़ा रोड का पैमाइश कर कुछ किसानों को मुआवजा भुगतान किया है जबकि ठेकेदार के द्वारा 60मीटर चौड़े रोड बनने की बात कही जा रही है। जब तक यह स्पष्ट नहीं हो जाता तब तक एनएच के निर्माण को हम लोग रोकेंगे साथ ही संबंधित अधिकारी जब तक सभी लोगों का भुगतान और सही जमीन का मूल्यांकन नहीं कर देंगे तब तक एनएच का काम नही होने दिया जाएगा।
अनूप पटेल ने बताया कि सरकार ने किसानों का मुआवजा समय से नहीं दिया जिससे किसान अधिग्रहण की सीमा में आने वाली भूमि पर फसल उगा लिए हैं अब जब खड़ी फसल है तो किसानो की फसलों पर बुलडोज़र चलाया जाना किसानों के लिए न्यायसंगत नही होगा ऐसे में सभी किसानों का मुआवजा भुगतान होने के बाद ही एनएच का काम शुरू किया जाना चाहिए। राम ललित दुबे ने बताया कि 45 डिसमिल जमीन अधिग्रहित की गई है लेकिन मुआवजा केवल 25 लाख रुपए ही दिया गया है ऐसे में समझ में नहीं आता की भूमि का मूल्यांकन किस आधार पर किया गया है सही मूल्यांकन होने के बाद ही हम काम करने देंगे।इस संबंध में भू अध्यापित अधिकारी मदन मोहन वर्मा से बात करने की कोशिश की गई सम्पर्क नही हो पाया।

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