सहकारी समिति दरहटा पर फिर गंभीर आरोप, एडीओ (सहकारिता) की जांच पर उठे सवाल
महराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)। जनपद के मिठौरा ब्लॉक क्षेत्र में खाद संकट गहराता जा रहा है। मंगलवार को बहुउद्देशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति दरहटा की लापरवाही से त्रस्त किसानों का धैर्य आखिरकार टूट गया। लंबे समय से खाद के लिए भटक रहे किसान सड़कों पर उतर आए और महराजगंज चौक पर जाम लगाकर जोरदार प्रदर्शन किया। इससे घंटों तक यातायात बाधित रहा।
किसानों ने आरोप लगाया कि समिति के कर्मचारी कई महीनों से उन्हें खाद के लिए दौड़ाते रहे, पर आज तो हालात और भी बिगड़ गए। सुबह 11:20 बजे तक समिति पर एक भी कर्मचारी मौजूद नहीं था, जिससे किसानों का आक्रोश फूट पड़ा। किसान रामनयन, गीता, रमाशंकर और सुरेंद्र ने बताया कि समय पर खाद न मिलने से उन्हें बहुत नुकसान हैं,और नुकसान बढ़ने का खतरा मंडरा रहा है। किसानों ने कहा कि समिति में मनमानी, भ्रष्टाचार और लापरवाही का बोलबाला है। हमारी समस्या सुनने वाला कोई नहीं।अगर व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। गौरतलब है कि इससे पहले भी समिति सचिव पर अनियमितता के आरोप लगे थे, जिस पर जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दिए थे। सहायक विकास अधिकारी (सहकारिता) आशिष कुमार सिंह द्वारा किए गए औचक निरीक्षण में सचिव को क्लीन चिट मिली थी। लेकिन किसानों ने अब इस जांच की पारदर्शिता पर भी सवाल उठा दिए हैं, जिससे पूरा मामला फिर गरमा गया है।
घटना की सूचना मिलते ही चौक थानाध्यक्ष ओमप्रकाश गुप्ता पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और किसानों को समझा-बुझाकर जाम हटवाया। अधिकारियों ने किसानों को आश्वासन दिया कि खाद वितरण में हो रही गड़बड़ियों की उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी। किसानों के इस उग्र आंदोलन ने एक बार फिर सहकारी समितियों की कार्यप्रणाली और खाद वितरण व्यवस्था पर बड़े प्रश्न खड़े कर दिए हैं।
