May 10, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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प्रमुख अभियंता के अर्ध शासकीय पत्र के बाद भी नहीं पूरी हुई भ्रष्टाचार की जांच

आदर्श पूर्वांचल कल्याण समिति ने पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता को भेजा पत्र

पीडब्ल्यूडी अधिकारियों द्वारा किए जा रहे घोटालो की निष्पक्ष जांच हो

लखनऊ (राष्ट्र की परम्परा)l आदर्श पूर्वांचल ठेकेदार कल्याण समिति के अध्यक्ष शरद कुमार सिंह ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों द्वारा किए जा रहे ठेकेदारों के शोषण के खिलाफ फिर आवाज उठाई है। शरद ने विभाग के प्रमुख अभियंता एवं मुख्य अभियंता को पत्र भेज कर ठेकेदारों का उत्पीड़न बंद करने एवं तानाशाह अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है। यही नहीं उन्होंने हाल ही में देवरिया जिले में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों द्वारा किए गए लगभग 7 करोड़ के घोटाले की निष्पक्ष जांच करने की भी मांग की है। पत्र में शरद ने यह भी कहा है कि मार्च के महीने में देवरिया गोरखपुर समेत अन्य कई जनपदों में पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने खूब फर्जी भुगतान किया है। अगर इसकी निष्पक्ष जांच की जाए तो सारी कलई खुलकर सामने आ जाएगी।

प्रमुख अभियंता एवं मुख्य अभियंता को भेजे गए पत्र में शरद सिंह ने कहा है कि गोरखपुर लोक निर्माण विभाग खंड 3 के वरिष्ठ खंडिय लेखाधिकारी विनय कुमार श्रीवास्तव द्वारा ठेकेदारों के शोषण एवं भ्रष्टाचार की हद पार कर दी गई थी इस मामले को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को दर्जनों बार अवगत कराया गया। मगर विनय कुमार श्रीवास्तव के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई। शरद सिंह ने लेखाधिकारी विनय कुमार श्रीवास्तव के खिलाफ अधिकारियों को भेजे गए पत्रों का भी उल्लेख किया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि शिकायतकर्ता फतेह बहादुर सिंह, विपिन सिंह महेंद्र पाल सिंह द्वारा वर्ष 2022 से वरिष्ठ खंडीय लेखा अधिकारी विनय कुमार श्रीवास्तव के विरुद्ध कई शिकायती पत्र मुख्य अभियंता को भेजा गया। मगर अभी तक न तो जांच हुई और ना ही कोई कार्यवाही की गई। प्रमुख अभियंता एवं विभागाध्यक्ष ने भी आठ अनुस्मारक पत्र और अर्थशासकीय पत्र के द्वारा मुख्य अभियंता गोरखपुर क्षेत्र को विलंब के लिए दोषी कर्मचारी एवं अधिकारियों की संस्तुति सहित नाम 25-3-2025 उसी दिन मांगा था जो आज भी मुख्य अभियंता स्तर पर लंबित है प्रमुख अभियंता के अधशासकीय पत्रों का संज्ञान ना लेना भ्रष्टाचार के सूचना पूर्व में दिए जाने पर भी संज्ञान ना लेना नियम विरुद्ध निविदा आमंत्रण का भी संज्ञान मुख्य अभियंता द्वारा ना लेना जिसकी वजह से मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस नीति पर सवाल खड़ा हो रहा है। उन्होंने मुख्य अभियंता से विनय कुमार श्रीवास्तव के खिलाफ जांच कर आदर्श पूर्वांचल ठेकेदार समिति को अवगत कराने की मांग की है।

शरद सिंह ने पत्र में यह भी लिखा है कि हाल ही में देवरिया जिले के लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों द्वारा पुरानी सड़क को नया दिखाकर लगभग 7 करोड़ घोटाला करने की कोशिश की जा रही थी। मगर मामला मीडिया के संज्ञान में आ जाने की वजह से इंजीनियर घोटाले में सफल नहीं हो पाए। और इस प्रकरण में सबसे बड़े दोषी उच्च अधिकारी ही है जिन्होंने किस प्रकार से बम 15 एवं अन्य मार्गों का जांच किए हैं केवल हस्ताक्षर देखकर हस्ताक्षर किए गए हैं यही नहीं मार्च के महीने में देवरिया गोरखपुर महाराजगंज समेत अन्य कई जनपदों में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों द्वारा फर्जी भुगतान के नाम पर करोड़ों का वारा न्यारा किया गया है। यदि पूर्व में दिए गए पत्रों का संज्ञान लिए होते तो इस प्रकार के घोटाले इस प्रकार के अनियमिताएं और शासनादेश और परिपत्रों का किए जा रहे हैं उल्लंघन नहीं होते शरद कुमार सिंह ने इन सभी मामलों का निष्पक्ष जांच करने की मांग की है।