July 7, 2025

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

आजादी के बाद भी नसीब नही हो सका यहां के बाशिंदों को पीपे का एक पुल

उतरौला,बलरामपुर(राष्ट्र की परम्परा) तहसील क्षेत्र के नंदौरी व भरवलिया गांव के बीच से होकर राप्ती नदी बहती है इस नदी पर पीपे के पुल बनवाने की मांग ग्रामीणों द्वारा काफी अरसे से की जा रही है।लेकिन मांगे पूरी न होने से इस सुविधा का लाभ ग्रामीणों को नही मिल पा रहा है।नदी के उस पार भरवलिया समेत करीब आधा दर्जन गांव हैं जिनका थाना व तहसील नदी के इस पार उतरौला मुख्यालय पर पड़ता है जिसके चलते उन ग्रामीणों को बाहर आने का जरिया एक मात्र नांव का ही सहारा है।आने जाने की सुविधा न होने से स्कूली छात्र छात्राएं उच्च शिक्षा से महरूम रहती हैं।बीच में नदी बहने के कारण एंबुलेंस सेवा भी ग्रामीणों को मयस्सर नही हो पाती।जिसके चलते गर्भवती महिलाओं को प्रसव के दौरान काफी दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है।इसके बावजूद जनप्रतिनिधि इस समस्या की ओर ध्यान नही दे रहे हैं।क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि राप्ती नदी पर एक पीपे का पुल हो जाने से हजारों ग्रामीणों को फायदा होगा और लगभग आधा दर्जन गांव के लोगों का आवागमन सुलभ हो सकेगा।फिलहाल नदी के उस पार बसे भरवलिया के बाशिंदों को आने जाने का एक मात्र सहारा नांव का ही है।क्षेत्रीय विधायक राम प्रताप वर्मा का कहना है कि क्षेत्रवासियों की मांग पर विभाग से संबधित अधिकारियों को पत्र लिखकर एक पीपे का पुल की स्थापना की मांग की ग‌ई है जल्द ही क्षेत्रवासियों को इस समस्या से निजात मिल जाएगी।