July 7, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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शिक्षा महिलाओं एवं समाज की तरक्की के लिए बेहद जरूरी -अरविंद कुमार पुष्कर एडवोकेट

आगरा(राष्ट्र की परम्परा)
तेज़ी से तरक्की करती इस दुनियां में हर व्यक्ति को शिक्षित होना बहुत जरूरी है। अगर लडकी, महिला व पुरुष शिक्षित नहीं होंगे तो हमेशा पुरानी रूढ़िवादी परंपराओं में ही उलझे रहेंगे और उनका कभी विकास नहीं हो पाएगा। क्योंकि एक शिक्षित व्यक्ति शिक्षा के बल पर समाज में यश, कीर्ति, प्रतिष्ठा और सम्मान प्राप्त कर ही लेता है। और तेज़ी से बदलती दुनियाँ में भविष्य की चुनौतीयों का सामना कर सकता हैं।
इस संदर्भ में वरिष्ठ समाजसेवी अरविंद कुमार पुष्कर एडवोकेट ने बेटीयों और महिलाओं की तरक्की के लिए शिक्षा के महत्त्व को बेहद जरूरी बताते हुए कहा कि आज़ हमारी बेटियों की उपलब्धि, उनका आत्मविश्वास, साहस और शिक्षा और विभिन्न अन्य क्षेत्रों में नए कीर्तिमान बनाने की क्षमता पूरे देश के लिए बहुत ही गर्व की बात है। यह राष्ट्र के उज्जवल भविष्य का प्रतिबिंब है, और महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास की दिशा में एक अहम कदम है। जिस समाज और देश के युवा और लड़कियां विकास और अनुशासन के मार्ग पर चलते हैं, वह प्रगति और समृद्धि के पथ पर आगे बढ़ता है। इसलिए शिक्षा ग्रहण करना हर किसी के लिए बेहद जरूरी है। एक बच्ची के जन्म से लेकर परिवार में उसकी स्थिति, शिक्षा के अधिकार और कैरियर में महिलाओं के विकास में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए जागरूकता फैलानी चाहिए। शिक्षा, लड़कियों और महिलाओं एवं समाज की तरक्की के लिए बहुत जरूरी हैं। लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देना ही समाज का एकमात्र लक्ष्य होना चाहिए और उसे पूरा करने के लिए सभी सहयोग देना चाहिए। एक शिक्षित लडकी, महिला और समाज ही आने वाले भविष्य की सभी चुनौतियों का सामना कर सकता है। एक शिक्षक व्यक्ति अपने जीवन में आने वाली सभी समस्याओं को आसानी से हल कर लेता है। इसलिए हर किसी को शिक्षा के महत्व को समझना चाहिए और शिक्षा ग्रहण करने के लिए दूसरों को प्रेरित करना चाहिए। देश के विकास में शिक्षित बालिकाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं और उच्च पदों पर कार्य कर देश व समाज की सेवा कर सकती है। और सामाजिक और आर्थिक तरक्की में बड़ा योगदान दे सकती है, इसलिए बेटियों को सम्मान से जीने का हक देना चाहिए और बच्चियों को उनके अधिकारों व सशक्तिकरण के प्रति जागरूक कर बालिकाओं की हिस्सेदारी बढ़ाने, उन्हें अच्छा जीवन देने से लेकर शिक्षा और कैरियर के प्रति प्रोत्साहित करना चाहिए।
पुष्कर ने बताया कि तेज़ी से तरक्की करती दुनियां में हर व्यक्ति को शिक्षित होना बहुत जरूरी है। वर्तमान में एक शिक्षित समाज ही भविष्य की चुनौतीयों का सामना कर सकता हैं। देश व समाज की तरक्की और खुशहाली के लिए पारंपरिक शिक्षा की तुलना में आधुनिक ज्ञान बहुत जरूरी है। आज़ भी कुछ समुदाय शिक्षा के क्षेत्र में बेहद पिछड़े हुए हैं। इस समाज को मुख्य धारा में लाने के लिए सभी को वैज्ञानिक दृष्टिकोण, वैज्ञानिक सोच से सोचने, समझने और उस पर गहनता से अमल करने की बहुत जरूरत है। किसी समाज की सभ्यता के तौर पर पहचान तभी तक है, जब तक उस समाज में नारी को पूरा सम्मान मिलता है। स्त्री को न केवल समानता का दर्जा व्यवहारिक जीवन में देना जरूरी है बल्कि उसकी अस्मिता की रक्षा भी सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है। बेटियों का जीवन किसी भी तरह के भेदभाव से मुक्त रखना होगा। क्योंकि महिलाएं देश का नेतृत्व करने में बड़ी भूमिका निभाने को तैयार हैं। देश में महिला नेतृत्व विकास की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम होगा। देश को जिम्मेदार बेटियों पर गर्व है। बेटियों को पढ़ाई के साथ-साथ सामाजिक सेवाओं में भी सक्रिय रूप से भाग लेने चाहिए। महिलाएं हमारे देश और इसकी नियति की तस्वीर पेश करती हैं। इसलिए महिलाएं और लड़कियों को देश के नेतृत्व में बड़ी भूमिका निभाने के लिए तैयारी करनी चाहिए। जितना अधिक लड़कियां शिक्षा की ओर बढ़ेंगीं उतना ही हमारा देश प्रगति करेगा। बालिकाओं एवं महिलाओं के सुरक्षा, सम्मान एवं स्वालम्बन हेतु केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं जैसे- कन्या सुमंगला योजना, मिशन शक्ति, बेटी बचाओं- बेटी पढ़ाओं के माध्यम से लाभ दिया जा रहा है। बेटियों को जन्म से लेकर उच्च शिक्षा हासिल करने तक विभिन्न स्तर पर योगी सरकार द्वारा आर्थिक मदद दी जा रही हैं। बच्चें हमारे देश के भविष्य है। हम सभी का दायित्व है कि उन्हें खेल, शिक्षा सहित अन्य क्षेत्रों में आगे बढने के लिए उत्साहबर्धन एवं प्रोत्साहित करना चाहिए।महिलाओं एवं बालिकाओं के सशक्तीकरण, स्वावलंबन एवं उनके स्वास्थ, शिक्षा एवं सुरक्षा की स्थिति को बेहतर करने हेतु विभिन्न विभागों के माध्यम से चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए जागरूक करना चाहिए।