आगरा (राष्ट्र की परम्परा)। दशहरा के मौके पर आगरा के खेरागढ़ स्थित उटंगन नदी में बड़ा हादसा हो गया। मां दुर्गा की मूर्ति विसर्जन के दौरान गांव कुसियापुर डूगरवाला के 13 युवक गहरे पानी में डूब गए। इस हादसे में अब तक 3 शव बरामद हुए हैं, जबकि एक युवक को ग्रामीणों ने बचा लिया। 9 युवक अब भी लापता हैं, जिनमें पांच नाबालिग शामिल हैं।
हादसे का विवरण
गुरुवार दोपहर करीब 1 बजे ग्रामीण मूर्ति विसर्जन के लिए नदी पर पहुंचे। गहरे पानी में मूर्ति ले जाते समय सभी युवक हाथ पकड़कर आगे बढ़ रहे थे। अचानक एक युवक का पैर फिसलने से सभी एक-एक कर गहरे पानी में समा गए। मौके पर मौजूद लोगों में चीख-पुकार मच गई।
ग्रामीणों ने विष्णु (20) को किसी तरह बचा लिया, जिसे गंभीर हालत में एसएन मेडिकल कॉलेज भेजा गया। वहीं, पुलिस की मदद से डेढ़ घंटे बाद ओमपाल (25) और गगन (24) के शव निकाले गए। देर रात मनोज (17) का शव भी बरामद हुआ।
ग्रामीणों का आरोप – सुरक्षा इंतजाम नहीं थे
गांव वालों का आरोप है कि नदी किनारे कोई सुरक्षा इंतजाम नहीं किए गए थे। अगर पुलिस और SDRF की टीम समय पर मौजूद होती, तो इतना बड़ा हादसा टाला जा सकता था। गुस्साए ग्रामीणों ने एसडीआरएफ टीम के देर से पहुंचने पर जाम भी लगाया, जिसे पुलिस ने समझाकर शांत कराया।

अधिकारियों ने लिया जायजा
सूचना पर जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी और डीसीपी पश्चिमी जोन अतुल शर्मा मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। वहीं, पुलिस और गोताखोर लापता युवकों की तलाश में जुटे हैं।
हादसे से गांव में मातम
कुसियापुर गांव में माता चामड़ मंदिर पर नवरात्र में दुर्गा प्रतिमा स्थापित की गई थी। विसर्जन के लिए महिलाएं, बच्चे और पुरुष नदी पर पहुंचे थे। लेकिन हादसे की खबर मिलते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया। मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।