बहराइच (राष्ट्र की परम्परा) जनपद के नानपारा में आचार्य नरेंद्र देव एवं कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ विजेंद्र सिंह एवं निर्देशक प्रसार डॉ ए पी राव के कुशल निर्देशन में कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ के एम सिंह ने बोई की गई गेहूं की फसल में पहला पानी 20 दिन पर सिंचाई करने के लिए किसानों को जानकारी देते डॉ सिंह ने बताया कि किसान ध्यान रखें पानी हल्का लगाना जरूरी है। धान-गेंहूँ फसल चक्र में बोए गए गेहूं की फसल में जब पहला पानी लगाते हैं उस समय धान की फसल के अवशेष सड़ने की प्रक्रिया शुरू होती है, जिसमें नत्रजन की अधिक उपयोगिता होती है। अतः किसान भाइयों को पानी के ठहराव के उपरान्त या खेत में घुसने की अवस्था पर 45 किलो ग्राम प्रति एकड़ की दर से यूरिया का भुरकाव कर दें।
डॉ सिंह ने बताया कि खेत में खरपतवार प्रबंधन के लिए 30 से 35 दिन पर खरपतवार नाशक दवा का प्रयोग करें। खरपतवार प्रबंधन करने के लिए सल्फोसल्फ्यूरान व मैट्सल्फ्यूरान मिथाइल 16 ग्राम प्रति एकड़ को 30 से 35 दिन अथवा क्लोडिनाफॉप एवं मैट्सल्फ्यूरान मिथाइल 160 ग्राम को फ्लैट फैन नोजल के माध्यम से स्प्रे करें किसान भाई इसी क्रम में किसानों को जानकारी देते हुए बताया की फसलों के लिए कृषि विभाग से मिलीं जानकारी को ध्यान देकर फसलों के पैदावार करें तो फसलों का मुनाफा बढियां होगा l
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