
बहराइच (राष्ट्र की परम्परा)
आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय,बहराइच के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ के एम सिंह ने बताया कि सरसों से अच्छा उत्पादन लेने के लिए किसान इस समय फूल आने की अवस्था में घुलनशील एन.पी.के. 0 : 52 : 34 की 1 किलोग्राम, बोरान 100 ग्राम एवं सल्फर घुलशील पाउडर 1 किलोग्राम प्रति एकड़ की दर से 125 से 150 लीटर पानी में घोल बनाकर स्प्रे करें। पादप संरक्षण वैज्ञानिक हर्षिता ने बताया कि माहूं (एफिड) के प्रकोप से बचाव के लिए इमिडाक्लोप्रिड 100 मिली या फॉस्फोमीडॉन 100 मिली या ऐसीटामप्रिड 100 ग्राम का उपरोक्त घुलनशील उर्वरकों के साथ गोल बनाकर स्प्रे करें। डॉ अरुण कुमार ने बताया कि सरसों का अच्छा बीज उत्पादन करने के लिए जरूरी है उसमें अवांछित पौधों को निकालना तथा दूसरी प्रजाति के पौधों को पृथक्करण कर दें। डॉ सूर्य बली सिंह ने बताया कि सरसों में 40 दिन पर पहला पानी देने से पौधों के विकास अच्छा होता है।
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बायोटेक्नोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. राजर्षि कुमार गौर कृषि अनुसंधान परिषद के डिप्टी डायरेक्टर जनरल नियुक्त