Thursday, November 13, 2025
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कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान के बाद अन्न दान से होता है अक्षय पुण्य की प्राप्ति – आचार्य अजय शुक्ल

5 नवम्बर को होगा कार्तिक पूर्णिमा का स्नान

सलेमपुर, देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)। सनातन धर्म व संस्कृति में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है।इस दिन भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी जी की पूजा अर्चना होती है। मान्यता के अनुसार इस दिन श्री हरि की उपासना करने से साधक को जीवन में सभी सुखों की प्राप्ति होती है। उक्त बातें बताते हुए आचार्य अजय कुमार शुक्ल ने कहा कि इस बार कार्तिक पूर्णिमा की तिथि 5 नवम्बर को प्राप्त हो रही है। इस दिन ही व्रत व स्नान दान किया जाएगा। ज्योतिष पंचांग के अनुसार कार्तिक मास पूर्णिमा तिथि 4 नवम्बर को प्रातः काल 10 बजकर 36 मिनट से प्रारंभ होकर अगले दिन 5 नवम्बर को सायंकाल 6 बजकर 48 मिनट तक रहेगी।ऐसे में उदया तिथि के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा का पवित्र पर्व 5 नवम्बर को मनाया जाएगा।इस दिन गंगा या अन्य नदियों सरोवरों में स्नानादि के पश्चात दान विशेष रूप से अन्न दान का विशेष महत्व होता है।इस दिन स्नान का शुभ मुहूर्त सुबह 4 बजकर 51 मिनट से 5 बजकर 43 मिनट तक है।इस दिन देव दीपावली का पर्व भी मनाया जाएगा। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है।जिसके कारण इस तिथि का महत्त्व और बढ़ गया है।इसी दिन हंस राजयोग भी बन रहा है।जिसका विशेष महत्व होता है।

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