
एक संदिग्ध को पकड़ पुलिस को सौंपा गया, कार्यवाही का दिया निर्देश
बाहर से जांच कराने को लेकर मानसिक रोग विशेषज्ञ को जारी किया स्पष्टीकरण
दलालों को रखें परिसर से दूर—डीएम
महराजगंज(राष्ट्र की परम्परा)। जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा द्वारा जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी के आने से अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया।
जिलाधिकारी ने जिला अस्पताल पहुंचते ही द्वार बंद करवाने का निर्देश दिया। उनके निर्देश पर अस्पताल का मुख्य द्वार बंद कर दिया गया और परिसर में मौजूद संदिग्धों से उन्होंने ने पूछ-ताछ करनी शुरू की। जिलाधिकारी को पहचानते ही संदिग्ध परिसर से भागने लगे। एक व्यक्ति दिव्यांश पुत्र दिलीप को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया और कार्यवाही का निर्देश दिया।
इसके बाद उन्होंने ओपीडी, वरिष्ठ नागरिक वार्ड, रेडियोलॉजी रजिस्ट्रेशन कक्ष, सीटी स्कैन व अल्ट्रासाउंड कक्ष, डायलिसिस यूनिट, ब्लड बैंक आदि को देखा। ब्लड बैंक में रक्त दाता और रक्त प्राप्तकर्ता पंजिका को देखा और विद्यावती देवी से बात की। महिला द्वारा रक्त प्राप्त करने की बात बताई गई। उन्होंने ओपीडी का निरीक्षण किया। मेडिसिन कक्ष में 48 मरीज और हड्डी रोग कक्ष में 110 मरीज देखे गए थे। जिलाधिकारी ने सीटी स्कैन वेटिंग कक्ष और रैन बसेरा का निरीक्षण किया गया। वहां मौजूद मरीजों और तीमारदारों से बात की और सीएमएस को वेंटिलेशन सुनिश्चित करने और कूलर व पंखों की संख्या बढ़ाने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने एसएनसीयू/आईसीयू वार्ड गैलरी में पंखे लगवाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि मरीजों के लिए बेहतर सुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
निरीक्षण के दौरान एक व्यक्ति प्रमोद निवासी गोन्हा, पनियरा द्वारा बाहर से जांच करवाने की शिकायत की गई।अस्पताल में ब्लड टेस्ट की व्यवस्था होने के बावजूद बाहर से जांच करवाने पर मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ पंकज कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया। उन्होंने सीएमएस को निर्देशित किया कि अस्पताल में मौजूद सुविधाएं हर हाल में मिलनी चाहिए। उन्होंने आयुष वार्ड और अस्पताल की बाउंड्री वाल के मरम्मत के संदर्भ में भी कार्यवाही हेतु निर्देशित किया।
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में मरीजों को मिल रही सुविधाओं और अस्पताल की व्यवस्था की जांच हेतु आकस्मिक निरीक्षण किया गया है। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप लोगों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा व स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना प्रशासन की प्राथमिकता है। निरीक्षण में सामान्यतः अधिकांश चीजें सही मिली हैं, कुछ कमियां मिली हैं, जिनको ठीक करने का निर्देश सीएमएस को दिया गया है।
इस दौरान अपर जिलाधिकारी (वि/रा) डॉ प्रशांत कुमार, एसडीएम सदर रमेश कुमार, सीएमएस डॉ अरुण कुमार द्विवेदी सहित अन्य लोग मौजूद रहें।
More Stories
पुलिस ने दारू तस्करी के एक अभियुक्त को किया गिरफ्तार
महावीरी झंडोत्सव को लेकर पीस कमेटी की बैठक सम्पन्न, सौहार्दपूर्ण माहौल में त्योहार मनाने की अपील
मिली पुलिस को बड़ी सफलता,अवैध तमंचा व कारतूस के साथ शातिर अपराधी गिरफ्तार