महराजगंज (राष्ट्र की परम्परा) जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें आगामी राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा 2025 की तैयारियों की समीक्षा की गई। बैठक में सेक्टर एवं स्टैटिक मजिस्ट्रेट और विद्यालयों के प्रधानाचार्य भी मौजूद रहे।
जिलाधिकारी ने कहा कि आगामी 12 अक्टूबर को आयोजित होने वाली यह परीक्षा प्रदेश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा है, इसलिए इसे पूर्ण पारदर्शिता, शुचिता और शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न कराना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने अधिकारियों को जिम्मेदारी और सतर्कता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि परीक्षा की गरिमा बनाए रखना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है। छोटी-छोटी लापरवाही बड़ी समस्याओं को जन्म दे सकती है, इसलिए प्रत्येक स्तर पर सावधानी बरती जाए।
केंद्र व्यवस्थापकों को परीक्षा केंद्रों की बाउंड्री, खिड़कियां, प्रकाश व्यवस्था और साफ-सफाई की पूरी जांच करने को कहा गया।
सीसीटीवी कैमरे आयोग के निर्देशानुसार लगाए जाएंगे, जिससे निगरानी व्यवस्था और सुदृढ़ होगी।
एआरएम को बस संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई ताकि परीक्षार्थियों को केंद्र तक पहुंचने में कोई कठिनाई न हो।
नगर पालिका को निर्देश दिए गए कि बस स्टैंड पर गाइडिंग स्टाफ तैनात रहे।
पुलिस अधीक्षक सोमेन्द्र मीणा ने स्पष्ट किया कि केंद्रों पर आयोग की गाइडलाइन के बाहर कोई कार्य नहीं किया जाएगा। केवल मजिस्ट्रेट, स्टैटिक मजिस्ट्रेट और प्रधानाचार्य को मोबाइल रखने की अनुमति होगी। पेपर लाने और ले जाने की जिम्मेदारी स्टैटिक मजिस्ट्रेट एवं उनके सहायक की होगी और किसी भी प्रकार की लापरवाही पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
जिले में 14 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां कुल 6144 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। परीक्षा प्रथम पाली में सुबह 9:30 से 11:30 बजे और द्वितीय पाली में दोपहर 2:30 से 4:30 बजे आयोजित होगी। परीक्षार्थियों को परीक्षा प्रारंभ होने से एक घंटा पूर्व केंद्र पर पहुंचना अनिवार्य होगा।
बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशांत कुमार, लोक सेवा आयोग के पर्यवेक्षक संतोष मिश्रा, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीकांत शुक्ला, डीआईओएस, सभी एसडीएम, तहसीलदार, स्टैटिक मजिस्ट्रेट एवं विद्यालय प्रबंधक उपस्थित रहे।