नई दिल्ली (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। दिवाली नजदीक आते ही विमानन कंपनियों ने यात्रियों की जेब पर गहरी चोट कर दी है। उत्तर भारत के शहरों में घरेलू हवाई किराया इतना बढ़ गया है कि अब लखनऊ और पटना पहुंचना मलेशिया या सिंगापुर जाने से भी महंगा हो गया है।
यात्रा पोर्टल्स से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 18 अक्टूबर 2025 को दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु से उत्तर भारत के प्रमुख शहरों के लिए टिकट दामों में 3 से 4 गुना तक बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
घरेलू रूट पर बढ़ा किराया
रूट 18 अक्तूबर का किराया 9 अक्तूबर का किराया
रूट | 18 अक्तूबर का किराया | 9 अक्तूबर का किराया |
दिल्ली – लखनऊ | ₹13,618 – ₹18,738 | ₹4,200 |
दिल्ली – पटना | ₹15,248 – ₹26,072 | ₹4,900 |
मुंबई – लखनऊ | ₹17,401 – ₹29,466 | ₹7,202 |
बंगलूरू – लखनऊ | ₹16,429 – ₹23,656 | ₹7,288 |
मुंबई – जयपुर | ₹18,352 – ₹26,038 | ₹6,500 |
मुंबई – भोपाल | ₹14,500 – ₹18,048 | ₹6,099 |
विदेश जाने में सस्ती उड़ानें
रूट | किराया (₹ में) |
दिल्ली – बैंकॉक | ₹8,750 |
दिल्ली – दुबई | ₹11,308 |
दिल्ली – मलेशिया | ₹13,315 |
दिल्ली – सिंगापुर | ₹17,799 |
दिल्ली – हांगकांग | ₹16,282 |
यानी कि दिवाली पर दिल्ली से लखनऊ या पटना की टिकट 30,000 रुपये तक पहुंच गई है, जबकि मलेशिया या सिंगापुर जाने के लिए सिर्फ 17,000 रुपये में टिकट मिल रही है।
त्योहार पर घर लौटना बना मुश्किल
त्योहारों के समय ट्रेन और बसों का हाल भी कुछ ऐसा ही है।
वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी प्रीमियम ट्रेनों में टिकटों की लंबी वेटिंग चल रही है।
बसों का किराया भी 4,000 से 5,000 रुपये तक पहुंच गया है।
ज्यादातर यात्रियों को अब यात्रा स्थगित करनी पड़ रही है या ऑफ-पीक डेट्स में टिकट बुक करनी पड़ रही है।
विशेषज्ञों के अनुसार, त्योहारों के समय एयरलाइंस डायनामिक प्राइसिंग के तहत मांग बढ़ने पर तुरंत किराया बढ़ा देती हैं।