(राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। दिवाली, दीपों का त्योहार, हर साल कार्तिक अमावस्या को मनाया जाता है। यह दिन अच्छाई की बुराई पर और अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक माना जाता है। घरों और मंदिरों में दीपों की जगमगाहट, मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा, और खुशियों का उत्सव पूरे देश में मनाया जाता है।
दिवाली का पर्व केवल एक दिन का नहीं है — यह पांच दिवसीय उत्सव होता है, जो धनतेरस से शुरू होकर भाई दूज तक चलता है।
इस वर्ष दिवाली 20 अक्तूबर 2025 को है। आइए जानते हैं पूरे दिवाली पर्व की तिथियां और शुभ मुहूर्त:
धनतेरस 2025
तिथि प्रारंभ: कार्तिक कृष्ण पक्ष त्रयोदशी, 18 अक्तूबर 2025, दोपहर 12:18 बजे
तिथि समाप्त: 19 अक्तूबर 2025, दोपहर 1:51 बजे
धनतेरस इस वर्ष 18 अक्तूबर 2025 को मनाया जाएगा।
छोटी दिवाली / नरक चतुर्दशी 2025
तिथि: 19 अक्तूबर 2025
इस दिन शाम को घर के मुख्य द्वार पर यम देव के लिए चार मुखी दीपक जलाए जाते हैं। दीपदान और सकारात्मक ऊर्जा के लिए पूजा की जाती है।
दिवाली 2025
तिथि प्रारंभ: 20 अक्तूबर 2025, दोपहर 3:44 बजे
तिथि समाप्त: 21 अक्तूबर 2025, शाम 5:54 बजे
लक्ष्मी पूजन शुभ मुहूर्त: 20 अक्तूबर 2025, शाम 7:08 बजे से रात 8:18 बजे तक।
इस वर्ष दिवाली 20 अक्तूबर 2025 को मनाई जाएगी।
गोवर्धन पूजा 2025
तिथि: 22 अक्तूबर 2025
पंचांग अनुसार, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 21 अक्तूबर शाम 5:54 बजे होगी और समाप्ति 22 अक्तूबर रात 8:16 बजे।
भाई दूज 2025
तिथि: 23 अक्तूबर 2025
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष द्वितीया तिथि प्रारंभ 22 अक्तूबर रात 8:16 बजे और समाप्त 23 अक्तूबर रात 10:46 बजे।
तिलक मुहूर्त: 23 अक्तूबर 2025, दोपहर 1:13 बजे से 3:28 बजे तक।
डिस्क्लेमर – यह जानकारी धार्मिक ग्रंथों, पंचांग और ज्योतिषीय मान्यताओं पर आधारित है। तिथियां और मुहूर्त स्थानीय समय और पंचांग के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। कृपया अंतिम पूजा समय की पुष्टि अपने स्थानीय पंडित या पंचांग से अवश्य करें।