
बहराइच (राष्ट्र की परम्परा) जनपद के पयागपुर क्षेत्र में अंतिम संस्कार में अंतिम वस्त्र व लकड़ी पहुंचा कर अपनी पहचान बनाया बल्कि एक मानवता की मिसाल पेश किया हैl राम जनक सिंह, वर्ष 2005 के बाद से समाज में रहकर राजनीति का दामन थामने के बाद लगातार 2020 तक ग्राम प्रधान का पदभार लेकर पयागपुर का प्रतिनिधित्व किया फिर जिला पंचायत सदस्य बने मामूली किसान का बेटा होने के नाते गरीब लोगों के हर प्रकार मदद आगे हाथ बढ़ाते चले आ रहे।एक सवाल में उन्होंने बताया कि मेरे पिता स्वर्गीय होली सिंह विद्युत विभाग में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी रहे, परंतु वह यह बताया करते थे। कि गरीबों की सेवा कभी व्यर्थ नहीं जाती इससे बड़ा कोई धर्म नहीं अपने पिता के बताए गए सत्य मार्ग पर चलने के बाद मुझे काफी सफलता हाथ लगी आज गांव ही नहीं बल्कि पूरे क्षेत्र में अंतिम संस्कार में पहुंचकर अंतिम वर्ष तक पहुंचाने का मुख्य धर्म बना है।जिसके चलते समाज में मेरी सबसे अलग पहचान है गरीब घर में जन्म लिया तो गरीबों का दर्द भी पता है जब तक सुख और दुख की अनुभूति नहीं होगा तब तक समाज का उत्थान नहीं होगा।
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