सलेमपुर/देवरिया (राष्ट्र की परम्परा) तहसील क्षेत्र अंतर्गत लार में स्थित पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी देवाश्रम है, जिसके द्वारा स्वामी देवानंद स्नातकोत्तर डिग्री कॉलेज व इंटरकॉलेज संस्कृत महाविद्यालय आदि शिक्षण संस्थान संचालित होते है यहां के वर्तमान महंत भगवान दास गिरी है, जो की कुछ समय से अस्वस्थ होने के कारण लार स्थित मठ पर नहीं आ पा रहे है । वर्तमान में इस मठ को वर्तमान में अभयानंद गिरी के देख रेख संचालित किया जा रहा है, गुरुवार को इस मठ पर जिलाधिकारी ने वर्तमान में इस मठ के संरक्षक अभयानंद गिरी से औपचारिक मुलाकात की और यहां के संस्थानों के विषय में जानकारी ली, बताते चले की इस मठ का इतिहास लगभग 400 साल पुराना है और इस मठ को गुरु शिष्य परम्परा पर संचालित किया जाता है। मठ की स्थापना 1730 में महंत स्वामी कुशल गिरी महाराज ने किया था, वर्तमान में इनकी दसवीं पिढी के महंत भगवान दास गिरी है, इनके बाद ग्यारहवीं पीढ़ी में इस मठ पर वर्तमान संरक्षक अभयानंद गिरी महाराज ने इस मठ का कार्यभार संभाला है। इस मठ में पहले शिक्षण संस्थान की स्थापना स्वामी देवानंद महाराज ने की थी, जिनके कार्य को कीर्तिमान तक पहुंचकर स्वामी चंद्रशेखर गिरी ने उच्च शिक्षण संस्थानों की स्थापना कर स्थापित किया और इस संस्थान का नाम मंडल स्तर तक कर के एक कीर्तिमान स्थापित किया ।
More Stories
बच्चों को बैड टच और गुड टच के बारे में बताना बेहद जरुरी- एडीजे
समसामयिक परिवेश में भारतीय नौसेना की जिम्मेदारियां एवं चुनौतियाँ
अधिग्रहित भूमि के मुआवजे की मांग पकड़ने लगा तूल