
बहराइच (राष्ट्र की परम्परा)। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देशानुसार बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री समाजवादी विचारक जननायक कर्पूरी ठाकुर की जन्म शताब्दी समारोह के शुभ अवसर पर समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय पर उनके चरणों मे विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला गया, इस अवसर पर एक गोष्ठी आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष रामहर्ष यादव एडवोकेट ने किया व संचालन पार्टी महासचिव सुनील निषाद ने किया । कार्यक्रम में पार्टी के जिलाध्यक्ष रामहर्ष यादव एडवोकेट ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर के वैचारिक मानस पटल पर डाक्टर राममनोहर लोहिया व गांधी जी के विचारों का मिश्रित अक्श था, उन्होंने सार्वजनिक जीवन में भीषण गरीबी का दंश झेलने के बाद भी ईमानदारी और शुचिता को अपने जीवन में बरकरार रखते हुए सामाजिक आन्दोलन को मजबूती से चलाते रहे और समाज के दलितों,पिछड़ों, शोषितों और वंचितों के लिए संघर्ष करते रहे।
उन्होंने आगे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के वक्तव्यों को दोहराते हुए कहा कि वर्तमान समय मे केन्द्र मे बैठी समाजिक न्याय की धुर विरोधी भाजपा सरकार द्वारा जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को मरणोपरांत घोषित भारत रत्न दरअसल ‘सामाजिक न्याय’ के आंदोलन की जीत है। जो दर्शाती है कि सामाजिक न्याय व आरक्षण के परंपरागत विरोधियों को भी मन मारकर अब पीडीए के 90% लोगों की एकजुटता के आगे झुकना पड़ रहा है।
उक्त गोष्ठी को पूर्व विधायक रमेश गौतम, पूर्व विधायक अलगू प्रसाद चौहान, अनु० जाति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष संत कुमार पासी, नि लोहिया वाहिनी अध्यक्ष नंदेश्वर यादव, जिला सचिव सीताराम केसरी, एडोकेट विजय कुमार सैन, ई० आरपी यादव आदि ने सम्बोधित कर अपने विचार प्रस्तुत किये।
इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष देवेश चंद्र मिश्रा, शकील मेकरानी, रामजी यादव, मनु देवी, डा० जीतेन्द्र मौर्य, नदीमुल हक तन्नू, मनीष ठाकुर, कुलदीप सैन, जगजीवन सैन,दिलीप ठाकुर, बच्चे लाल, तिरजुगी आदि तमाम पार्टीजन उपस्थित रहें।
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