
महराजगंज(राष्ट्र की परम्परा)। उत्तर प्रदेश मिलेट्स (श्री अन्न) पुनरोद्धार कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद के बालाजी लॉन में जनपद स्तरीय क्षमतावर्धन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित किसानों और एफपीओ को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि यह देखकर बेहद प्रसन्नता हुई कि हमारे किसान आज भी श्री अन्न उत्पादन का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने श्री अन्न के बारे में बताते हुए कहा की श्री अन्न पर्यावरणी अनुकूल फसल हैं। इसमें पानी की बेहद कम आवश्यकता होती और इसके उत्पादन में कार्बन भी कम निकलता है। इसके अलावा स्वास्थ्य की दृष्टि से भी श्रीअन्न बेहद लाभकारी है। इसके सेवन से मधुमेह जैसी बीमारियां नहीं होती हैं और रागी जैसे अन्न सर्वाधिक लौह संपन्न हैं, जो खून में आयरन (लोहा) की कमी को दूर करने में बेहद उपयोगी साबित हो सकते हैं।
उन्होंने कहा की श्रीअन्न को दैनिक भोजन का अंग बनाना चाहिए और बच्चों को भी इनके सेवन के प्रति जागरूक करना चाहिए। उन्होंने कहा इसके लिए हम श्रीअन्न से निर्मित मैगी, पास्ता जैसे उत्पादों को बढ़ावा देना चाहिए। इसके लिए उन्होंने स्वयं सहायता समूहों और एफपीओ को इस दिशा में प्रेरित करना होगा। उन्होंने ने कहा कि इस संदर्भ में विभिन्न विभागों और अन्य हितधारकों के बीच समन्वय करते हुए इस दिशा में प्रयास की आवश्यकता है। प्रशासन का प्रयास होगा कि श्रीअन्न निर्मित उत्पादों को बेहतर मार्केट लिंकेज (बाजार उपलब्धता) का प्रयास करेगा। आशा है कि हमारे जनपद के किसान और एफपीओ इस दिशा में उल्लेखनीय सफलता दर्ज करेंगे और प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के सपनों के अनुरूप भारत को श्रीअन्न का सबसे बड़ा उत्पादक बनाने में अपना योगदान करेंगे।
कार्यक्रम की शुरुआत जिलाधिकारी द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर की गई। इसके उपरांत डीडी कृषि ने जिलाधिकारी का स्वागत पुष्पगुच्छ और मोमेंटो भेंट कर की।
कार्यक्रम को कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों और प्रगतिशील किसानों द्वारा भी संबोधित करते हुए श्रीअन्न के लाभों से उपस्थित किसानों को अवगत कराया गया।
इससे पूर्व जिलाधिकारी ने पशुपालन विभाग, मत्स्य विभाग, कृषि विभाग, इफको और विभिन्न एफपीओ व स्वयं सहायता समूहों द्वारा आयोजित स्टालों का निरीक्षण भी किया गया।
डीडी कृषि रामशिष्ट ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष 2023 और उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरोद्धार कार्यक्रम अंतर्गत आज मिलेट्स की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया और इनके गुणकारी प्रभावों व इनके आर्थिक लाभों के प्रति किसानों को जागरूक किया गया। कार्यक्रम में कृषि वैज्ञानिकों ने श्रीअन्न के आधुनिक कृषि के बारे भी किसानों को बताया। साथ ही किसानों को पराली प्रबंधन के प्रति भी जागरूक किया गया।
कार्यक्रम में परियोजना निदेशक रामदरश चौधरी, जिला कृषि अधिकारी वीरेन्द्र कुमार, जिला कृषि रक्षा अधिकारी हिमांचल सोनकर सहित अन्य संबंधित अधिकारी और बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहें।
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