


गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय अपनी स्थापना के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आगामी 1 मई 2025 को हीरक जयंती स्थापना दिवस भव्य रूप से मनाएगा। इस ऐतिहासिक अवसर पर विश्वविद्यालय उन सात विशिष्ट पूर्व छात्रों को सम्मानित करेगा, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल कर विश्वविद्यालय का गौरव बढ़ाया है।
प्रमुख रूप सम्मानित होने वाले विशिष्ट पुरातन छात्र हैं-
प्रो. रामदेव शुक्ल हिंदी विभाग के पूर्व छात्र, प्रतिष्ठित शिक्षाविद् और साहित्यकार।
नरेंद्र नाथ दुबे अंग्रेज़ी विभाग के पूर्व छात्र, बीएसएफ और एनआईए में सुरक्षा सेवा में रहे, कीर्ति चक्र और राष्ट्रपति पुलिस मेडल से सम्मानित।
प्रवीण कुमार मिश्र: प्राचीन इतिहास में पीएचडी, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण में संयुक्त महानिदेशक।
कृष्ण कुमार मिश्रा: भूगोल में एमए, भारतीय राजस्व सेवा में प्रधान आयकर आयुक्त।
वंदना त्रिपाठी: आईएएस अधिकारी, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालक अधिकारी, नोएडा।
शोभित मोहन दास: वाणिज्य स्नातक, रियल एस्टेट में सक्रिय, क्रेडाई यूपी अध्यक्ष और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष।
प्रो. दुर्गेश त्रिपाठी: भौतिकी में परास्नातक, सौर खगोल भौतिकी वैज्ञानिक, इंटर-यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिज़िक्स में वरिष्ठ प्रोफेसर।
इसीक्रम में सिविल सेवा परीक्षा में उत्तीर्ण दो पुरातन छात्र इक़बाल अहमद, सिविल सेवा परीक्षा 2024 में चयनित, श्रम प्रवर्तन अधिकारी और अन्नू गुप्ता सिविल सेवा परीक्षा 2024 में रैंक 779 प्राप्त की, बीए (स्नातक) दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय से किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. पूनम टंडन करेंगी। इस अवसर पर अकादमिक, प्रशासनिक, सामाजिक, साहित्यिक, वैज्ञानिक, और व्यावसायिक क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान देने वाले पूर्व छात्रों को विशेष सम्मान प्रदान किया जाएगा।
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