
गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय अपनी 75वीं वर्षगांठ पर हीरक जयंती समारोह की भव्यता एवं सार्थकता हेतु वृहद स्तर पर तैयारियां कर रहा है।जिसे लेकर कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि गोरखपुर विश्वविद्यालय का 75 वर्ष न सिर्फ विश्वविद्यालय के लिए, बल्कि पूरे गोरखपुर परिक्षेत्र के लिए एक उपलब्धि एवं उत्सव है। यह जितना हमारा समारोह है, उतना ही गोरखपुर परिक्षेत्र का भी। हीरक जयंती समारोह का हमारा लक्ष्य है कि विश्वविद्यालय के साथ गोरखपुर का नागर समाज भी इसमें बढ़-चढ कर हिस्सा ले। शहर के अधिकांश परिवारों का कोई न कोई सदस्य गोरखपुर विश्वविद्यालय का पुरातन छात्र रहा है। इस दृष्टि से पूरा शहर विशाल विश्वविद्यालय परिवार का अनिवार्य हिस्सा है। इसलिए गर्व से भरा यह वर्ष और समृद्ध विरासत जितनी हमारी है, उतनी ही समाज की भी। इसी व्यापक दृष्टि के तहत हम एक तरफ सेमिनार, विविध प्रतियोगिता- सांस्कृतिक व खेल स्पर्धा के साथ-साथ पुरातन छात्र सम्मेलन इत्यादि कर रहे हैं। तो दूसरी तरफ प्राइमरी से लेकर इंटर तक के बच्चों के बीच विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित कर रहे हैं। बच्चों का यह कार्यक्रम प्रथमतः ब्लॉक स्तर और फिर जिला स्तर पर संपन्न होगा। इसमें विजयी प्रतिभागियों को मुख्य समारोह के दौरान राज्यपाल द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
कुलपति ने कहा कि इस दिशा में सामाजिक जिम्मेदारी के तहत हमारा सबसे महत्वपूर्ण योगदान सर्वाइकल कैंसर वैक्सीनेशन का होगा। इसके लिए हमने 2000 वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा है। सर्वप्रथम दस कस्तूरबा स्कूल की बच्चियों को चिन्हित कर राज्यपाल, उत्तर प्रदेश की गरिमामय उपस्थिति में इसका शुभारंभ किया जाएगा। गोरखपुर शहर के प्रतिष्ठित नागरिक शिवशरण दास ने 50 बच्चियों के वैक्सीनेशन की जिम्मेदारी ली है। शहर के लोग आगे बढ़कर सहयोग कर रहे हैं। यह वैक्सीनेशन कार्यक्रम गोरखपुर तक ही नहीं थमेगा। हम इसे देवरिया और कुशीनगर तक भी ले जाएंगे। हम विद्यालयों के साथ महाविद्यालयों को भी इस जयंती वर्ष समारोह के अंतर्गत जोड़ रहे हैं जिसमें लगभग 12 लाख छात्र-छात्राएं हैं। शिक्षक बनाम कर्मचारियों के बीच टी20 क्रिकेट मैच का भी आयोजन किया जा रहा है। यदि पत्रकार-गण की टीम तैयार होती है तो एक क्रिकेट मैच शिक्षक और पत्रकारों के बीच भी होगा। उन्होंने कहा कि गोरखपुर विश्वविद्यालय के 75 वर्ष के इतिहास को लेकर एक भव्य प्रदर्शनी लगाई जाएगी। छात्रावासों के बीच खेल व सांस्कृतिक प्रतियोगिता चल रह है। प्रो. सुरेंद्र दुबे के नाटक ‘उठो अहिल्या’ का मंचन होगा। हम गोरखपुर विश्वविद्यालय के गौरवशाली 75 वर्ष पर 75 कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम हीरक जयंती वर्ष पर डाक टिकट, एक क्वाइन, स्मारिका, डॉक्यूमेंट्री, थीम सॉन्ग, कॉफी टेबल बुक एवं विशिष्ट एलुमिनाई (पुरातन विद्यार्थी) को सम्मानित करेंगे। इसके अंतर्गत एक सोवेनीयर शॉप की भी स्थापना की जा रही है। इससे विश्वविद्यालय के 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा पर केंद्रित स्मृति चिन्होँ को प्राप्त किया जा सकता है।
प्रेसवार्ता के दौरान गोरखपुर विश्वविद्यालय के गौरवशाली हीरक जयंती वर्ष पर समारोह कैलेंडर व लोगो जारी किया गया। उन्होंने बताया कि हीरक जयंती वर्ष का ध्येय वाक्य ‘प्रतार्यायुः प्रतरं नवीयः’ है। इस दौरान हीरक जयंती समारोह की संयोजक प्रोफेसर नंदिता आईपी सिंह उपस्थित रहीं। उन्होंने प्रेस वार्ता के दौरान सभी सम्मानित पत्रकारों तथा विश्वविद्यालय के अधिकारियों आदि का स्वागत किया तथा प्रेस वार्ता संपन्न होने पर सभी के प्रति आभार प्रकट किया।
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