March 24, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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उद्धव संदेश, काल यवन वध, रुक्मिणी हरण का प्रसंग सुन हर्षित हुए श्रद्धालु

राजापाकड़/ कुशीनगर(राष्ट्र की परम्परा)दुदही विकास खंड के बंगरा रामबक्स राय गांव में चल रहे नौ दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के आठवें दिन शुक्रवार की रात्रि कथावाचक पं. रामायण तिवारी ने उद्धव संदेश, काल यवन वध, रुक्मिणी हरण व प्रद्युम्न का जन्म आदि प्रसंग का वर्णन किया जिसे सुनकर श्रद्धालु आनन्द से झूम उठे। कथावाचक ने कहा कि कंस, कालयवन जरासंध से पृथ्वी को मुक्त करा भगवान श्रीकृष्ण ने मथुरा वासियों को द्वारिका में सुरक्षित किया और महज 25 वर्ष की उम्र द्वारिकाधीश बन गए। रुक्मणि भगवान की माया के समान थीं। रुक्मणि ने मन ही मन यह निश्चित कर लिया था कि भगवान श्री कृष्ण ही मेरे लिए योग्य पति हैं। लेकिन रुक्मिणी का भाई रुक्मी श्रीकृष्ण से द्वेष रखता था। उसने शिशुपाल को रुक्मिणी का पति बनाने का निश्चय किया। यह जान रुक्मिणी ने अपने एक विश्वासपात्र को भगवान श्री कृष्ण के पास भेज अपने अपहरण का अनुरोध किया। कृष्ण विदर्भ जा पहुंचे। उधर रुक्मणी का शिशुपाल के साथ विवाह की तैयारी हो रही थी। श्रीकृष्ण ने रुक्मिणी का हरण कर ब्याह रचा लिया। शनिवार को दिन में पूर्णाहुति व प्रसाद वितरण के साथ यज्ञ का समापन हुआ।इस दौरान सहायक आचार्य दिनेश मणि तिवारी, यजमान वशिष्ठ राय, मालती राय, संतोष राय, केन यूनियन के उपाध्यक्ष सत्येंद्र उर्फ गुड्डू शुक्ल, डा. राकेश राय, मधुर श्याम शुक्ल, किरन देवी, रमावती देवी आदि मौजूद रहे।