दृश्यता 10 मीटर तक घटी, किसानों के लिए वरदान बना मौसम
सलेमपुर/देवरिया।
बुधवार सुबह सलेमपुर नगर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में अचानक घने कोहरे ने दस्तक दी, जिससे पूरा इलाका कोहरे की मोटी चादर में लिपटा नजर आया। कोहरे की तीव्रता इतनी अधिक रही कि सड़कों पर दृश्यता घटकर महज 10 मीटर तक सीमित हो गई। हालात ऐसे थे कि सामने चल रहे वाहन भी मुश्किल से दिखाई दे रहे थे, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार सुबह जिले का न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। साथ ही विभाग ने अगले तीन दिनों तक घने कोहरे की संभावना को देखते हुए अलर्ट जारी किया है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि पछुआ हवाओं के कमजोर पड़ने और नमी बढ़ने के कारण कोहरे का असर और बढ़ सकता है।
घने कोहरे का सबसे अधिक असर यातायात व्यवस्था पर देखने को मिला। राष्ट्रीय राजमार्गों, राज्य मार्गों तथा प्रमुख संपर्क सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए। वाहन चालकों को अत्यधिक सतर्कता बरतनी पड़ी। दुर्घटनाओं से बचाव के लिए अधिकांश चालकों ने डिपर, इंडिकेटर और फॉग लाइट का सहारा लिया। कई स्थानों पर दृश्यता शून्य के करीब होने के कारण चालकों ने वाहनों को सड़क किनारे रोकना ही सुरक्षित समझा, जिससे कुछ समय के लिए आवागमन भी बाधित हुआ।
वहीं दूसरी ओर, इस घने कोहरे से ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों में खुशी की लहर देखी गई। किसानों का कहना है कि यह मौसम गेहूं की फसल के लिए बेहद अनुकूल है। किसान शशिकांत मिश्र, रामप्रवेश यादव, निखिल द्विवेदी, गोरखनाथ द्विवेदी, सच्चिदानंद द्विवेदी और बीरबल गौण सहित अन्य किसानों ने बताया कि कोहरे की नमी से खेतों में पर्याप्त आद्रता बनी रहती है, जिससे गेहूं के कल्लों का बेहतर विकास होता है। इससे पैदावार बढ़ने की उम्मीद भी प्रबल होती है।
कुल मिलाकर, जहां घना कोहरा आम जनजीवन और यातायात के लिए परेशानी का सबब बना, वहीं किसानों के लिए यह प्राकृतिक वरदान साबित हो रहा है। प्रशासन और यातायात विभाग ने लोगों से अपील की है कि कोहरे के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें और बेहद सावधानी के साथ वाहन चलाएं।
