गोरखपुर(राष्ट्र की परम्परा)
10 वीं मोहर्रम का इमामबाड़ा इस्टेट का तारीखी, शाही जलूस अत्यधिक वर्षा के कारण अपने निर्धारित समय से 1 घण्टा विलम्ब से निकला, जलूस का अपना वही रवायती शाही अंदाज रहा जो मियॉ साहब के जलूस की खास पहचान हुआ करता है, अपने पुराने शाही रवायती अंदाज में जलूस मे सबसे आगे इस्लामी झंडा लिये हुये कुरबान अली, यूसुफ अपने तमाम लोगो के साथ जलूस की अगुवाई कर रहे थे, इसके बाद इमामबाडा स्टेट का परचम लिये हुये लोग चल रहे थे और उसके पीछे शहनाई वादको का विशेष दल मोहर्रम की मातमी धुन बजाते हुये चल रहा था, इसके पिछे घोड़े, बैन्ड बाजे और बल्लम लाठी लिये हुए इमामबाडा इस्टेट के पुशतैनी सैनिक अपने पुराने रवायती अंदाज में कतारबद्ध होकर चल रहे थे। आठ पलाटूनो में बटे हुये शाही जलूस का नेतृत्व अयान अली शाह (मियॉ साहब के साहबज़ादे) कर रहे थे, अयान अली शाह के साथ मियॉ साहब के सहयोगियो मंजूर आलम (मिडिया प्रभारी), मोतवल्लीयान संघ के अध्यक्ष सैयद इरशाद अहमद, महासचिव हाजी सोहराब, जुल्फेकार अहमद, सैयद शहाब अहमद, ई0 मिन्नतुल्लाह, अजहर समी (बब्लु), ख्वाजा शमशुद्दीन आदि की, विशेष भागीदारी रही। इसके पीछे इमामबाडा इस्टेट का विशेष पारम्परिक मातमी धुन बिखेरने वाला ढोल, ताशा बजाने वालो का दल था। अन्त मे सैकडो साल पुराने सोने चादी के अलम उठाये हुये लोगो की भारी संख्या थी।
जलूस में विशेष लोगो की सहभागिता
मियॉ साहब के साहबज़ादे अयान अली के साथ पूर्व के भांति मियां साहब के खास लोगो का पूरा जत्था चल रहा था, जिसमे विशेष रुप से पाषर्द समद गुफरान (साजु), इकबाल, आकिब हुसैन एवं नगर के गणमान्य व्यक्ति चल रहे थे।
पुरे रास्ते जलूस का हुआ जबरदस्त खैरमक़दम
मियॉं साहब का शाही जुलूस अपने पूर्व निर्धारित मार्ग से गुजरा, जिसमें हजारों की संख्या में लोगों ने आगवानी कर जुलूस का स्वागत व खैरमकदम किया। कमाल शहीद की मजार के पास डा0 मुमताज आलम, शमशेरअली, अरशद भाई, सलीम आदि ने स्वागत किया। जुलूस के बख्शीपुर चौरहे पर पहुॅंचते ही आफताब अहमद, तथा उनके साथियो ने, रईस अहमद चुन्नु तथा उनके साथियो ने एवं अन्य बहुत से लोगो ने, बक्शीपुर पावर हाउस गली के पास डा0 एम0एच0 सिद्दीकी आदि नेे फूल माला पहनाकर, थवई पुल के निकट कुछ महिलाओ ने जुलूस के रास्ते मे पानी का छिड़काव कर के, चरनलाल चौराहे पर शम्श आलम खान, जुनेद अहमद खान, बेनीगंज ईदगाह कमेटी के पदाधिकारी तथा सदस्य गण, आफताब बेनीगंज इदगाह रोड पर पार्षद नूर मोहम्मद, फैसल हुसैन, मिनहाज अंसारी, इसरार अहमद के साथ अनेक लोगो द्वारा, जाफरा बाजार चौराहे पर डा0 सुधाकर पाण्डेय, रवी प्रताप रावत, आलोक श्रीवास्तवा, अमित श्रीवास्तवा, शकील शाही, जाफरा बाजार नये कटरे पास इमामबाड़ा मोत्तवल्लीयान कमेटी के जिला अध्यक्ष सैययद इरशाद अहमद, महासचिव हाजी सोहराब खान, सैययद वसीम इकबाल, मो0 शमीम, नुरुलहसन, जबीउल्लाह अदि बहुत सारे लोग, जाफरा बाजार सब्जीमंडी मे मो0 वसीम, नसीम अहमद आदि, जाफरा बाजार पुल पर वकील शाही, अरसलान अंसारी, मो0 आरिफ, इमरान सौदगर, शफीकुर्ररहमान तथा इनके बहुत सारे सहयोगी के द्वारा बडे पैमाने पर फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया। इसके बाद अयान अली शाह ने अपने सहयोगियो के साथ करबले मे विश्राम किया। कर्बले के बाद से शाही जुलूस के आगे परम्परागत रुप से बक्शीपुर का जलूस नये मोतवल्ली मोहम्मद सरवर उर्फ रिन्कु के साथ चलने लगा।
कर्बले से चलते ही बहुत सारे लोगो ने जगह जगह फूल माला पहना कर,तथा मिर्जापुर चौराहे पर अनेक संगठन ने फुल माला पहना कर, साहबगंज सब्जीमण्डी के अनेक व्यापारियो ने जगह जगह, इसके बाद भगवती जालान, हाजी छोटे, अशरफ शहज़ादे, वसीम, मतलूफ, खुनीपुर चौराहे पर लडड्न खान ने अपने सहयोगियो के साथ, भाजपा के संगठन द्वारा ब्रह्द रुप से, खूनीपुर चौराहे सेे आगे हाजी जान मोहम्मद द्वारा, वहा से आगे बढ़ने पर हाजी कलीम अहमद फरजन के द्वारा पुष्प् वर्षा कर, आगे पढ़ने पर हाजी नियाज अहमद तथा मो0 नासिर (डल्लू) के द्वारा बडे पैमाने पर पुष वर्षा कर तथा फूलमाला पहनाकर तथा बुके देकर अयान अली शाह का स्वागत किया गया, नखास चौराहे पर कौमी यकजहती कमेटी द्वारा, कोतवाली पहुचने पर सरदार अली खा के बनशजो द्वारा भरपूर स्वागत किया गया, अयान अली शाह द्वारा पुरानी परम्परा को बरकरार रखते हुए कोतवाली स्थित सरदार अली खा की मजार पर फातेहा पढी गयी, मान चौराहा पर पूर्व पार्षद विश्वनाथ गुप्ता के द्वारा, अम्बिका मैरेज हाउस के पास मैरेज हाउस के सम्सत कर्मीयो एवं उसके मालिक के द्वारा फूलमाला पहनाकर जबर्दस्त स्वागत किया गया।
अहले शहर मे मियॉ साहब के जुलूस के खैरमक़दम की मची रही होड़
आज के जलूस में विशेष बात देखने को मिली कि मियॉ साहब के जलूस का महिलाओ एवं बच्चो के द्वारा अभूतपूर्व स्वागत जगह जगह किया गया। कई जगहो पर इतनी जबर्दस्त पुप्प वर्षा थी कि अयान अली शाह एवं उनके सहयोगियो के शरीर पर केवल फूलो की पख्खुडिया ही दिखाई पड़ रही थी, अनेक जगह पर शान्ती के प्रतीक कबूतर उडाकर एवं सफेद गुब्बारो के गुच्छे उडाकर अयान अली शाह के द्वारा अमन का सन्देश दिया गया तथा कई जगह राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान पुर्वक प्रदर्शन किया गया।
जलूस के रास्ते में जगह जगह ठन्डा पानी, शरबत, खिचडा, बिरयानी, बिस्किट का स्टाल लगा कर लोगो ने समस्त अकीदतमन्दो की सेवा की, इस पुनीत कार्य मे महिलाओ की भी विशेष भागीदारी रही।
शाही जुलूस की व्यवस्था
मियॉं साहब के शाही जुलूस को कतारबद्ध करने एवं पुरे रास्ते कुशल संचालन में विशेष रूप से आबिद अली, नेयाज अहमद, अजहरुदद्ीन, निजाम अहमद, इमरान, राजू, नेहाल ने अपनी मुख्य भूमिका बखुबी निभाई। इसमे खास तौर से नागरिक सुरक्षा कोर, स्काडट एवं गाइड तथा अन्य सामाजिक संगठन के पदाधिकारी एवं सदस्य गण ने पूरी सहभागिता की ।
मोहर्रम को सकुशल सम्पन्न कराने में सभी लोगो की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
समस्त आयोजन को सूरक्षित एवं सौहार्द पुर्ण वातारण मे सकुशल सम्पन्न कराने मे जिला प्रशासन के नगर मजिस्ट्रेट, पुलिस प्रशासन के पुलिस अधिक्षक नगर, सी0ओ0 कोतवाली, इस्पेकटर कोतवाली, नगर निगम, जलकल, पथप्रकाश, विद्युत विभाग एवं जिला अस्पताल के समस्त अधिकरियो एवं कर्मियो का विशेष योगदान रहा तथा मियां साहब के द्वारा समस्त अधिकारीगण को विषेश धन्यवाद दिया गया।
इमामबाडा स्टेट की आन्तरिक सुरक्षा व्यवसथा सभालने हेतु मेला नोडल अधिकारी तथा यातायात पुलिस एवं पुलिस प्रशासन के समस्त लोगो को एवं विशेष रुप से नगर आयुक्त तथा महापौर को धन्यवाद दिया।
उक्त बातें इमामबाडा इस्टेट के प्रवक्ता मंजूर आलम द्वारा प्रेस विज्ञप्ति द्वारा कहा गया।
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