बलरामपुर। (राष्ट्र की परम्परा/RKP NEWS)आजादी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत संस्कृति विभाग के तत्वाधान में एम0एल0के0पी0जी0 काॅलेज, बलरामपुर के आॅडिटोरियम हाॅल में विभिन्न सांस्कृतिक विधाओं लोकगायन, लोकनृत्य, लोकवादन, आदिवासी नृत्य, लोकनाट्य, रामलीला, रासलीला, भजन एवं कीर्तन, नाट्यकला आदि में सांस्कृतिक प्रतिभा खोज कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विभिन्न विधाओं में प्रतिभागियों ने अपने कला का प्रदर्शन करते हुये विधायक सदर, निर्याणक मण्डल एवं उपस्थित लोगों का मनमोह लिया।
जनपद बलरामपुर सदर के विधायक पल्टूराम द्वारा दीपप्रज्ज्वलित कर एवं मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर सांस्कृतिक प्रतिभा खोज कार्यक्रम का शुभारंभ किया किया। उन्होंने कहा कि संस्कृति विभाग, उ0प्र0 द्वारा प्रदेश के समस्त जनपदों में सांस्कृतिक प्रतिभा खोज का आयोजन हो रहा है। जिसमें जनपद बलरामपुर में संस्कृति विभाग एवं जिला प्रशासन के सहयोग से विभिन्न सांस्कृतिक विधाओं लोकगायन, लोकनृत्य, लोकवादन, आदिवासी नृत्य, लोकनाट्य, रामलीला, रासलीला, भजन एवं कीर्तन, नाट्यकला आदि में सांस्कृतिक प्रतिभा खोज कार्यक्रम के माध्यम से जनपद के छोटे-छोटे कलाकारों को एक अवसर देकर उनके कला को निखारने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे कलाकारों का संस्कृति विभाग में पंजीकृत किया जायेगा। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जनपद के विभिन्न विधाओं में पारंगत कलाकारों की प्रतिभावाओं का खोज करना और उन्हें एक पहचान देना है।
अपर जिलाधिकारी न्यायिक ज्योति गौतम ने बताया कि सांस्कृतिक प्रतिभा खोज कार्यक्रम में जो भी प्रतिभागी प्रतिभाग किये है उन कलाकारों को संस्कृति विभाग उ0प्र0 की ई-डारेक्टरी में पंजीकृत किया जायेगा तथा क्यूआरकोड बेस्ड पहचान पत्र उपलब्ध कराया जायेगा तथा सरकारी आयोजनों एवं कार्यक्रमों में प्रस्तुति का अवसर भी प्रदान किया जायेगा। जनपद बलरामपुर के जितने भी कलाकारों ने अपने कला का प्रदर्शन किया है उनका एक बार पोर्टल पर पंजीकरण होने के बाद केन्द्र, प्रदेश, जिला स्तर के किसी भी सरकारी आयोजनों में बुलाया जायेगा तथा उनको सम्मानित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि अभी तक इन कलाकारों को केवल लोकल स्तर के लोग ही जानते थे लेकिन सांस्कृतिक प्रतिभा खोज के माध्यम से इन्हें जिला, प्रदेश व देश स्तर पर जाना जायेगा।
कार्यक्रम के समापन के पश्चात् विधायक सदर एवं अपर जिलाधिकारी व निर्णायक मण्डल डा0 अनामिका सिंह, डा0 देवेन्द्र कुमार चाौहान द्वारा प्रतिभागी अंजित कुमार एवं उनकी टीम को थारु जनजाति झुंमरा लोकनृत्य, अमन मिश्रा, लोक गायन, कृष्ण मुरारी लोकगीत, दुर्गाशंकर मिश्रा, लोकगीत, नीतू पाठक संगीत, माधवी ताम्रकार लोकनृत्य, युगान्ती कथक नृत्य, शताक्षी सेन कथक नृत्य, हार्षिता चैहान शास्त्रीय नृत्य व अरविन्द राजभर कथक नृत्य आदि कलाओं में शानदार प्रदर्शन करने पर प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण, सूचना अधिकारी आशुतोष कुमार, कृष्ण कुमार गिरि, अरुण कुमार, पवन कुमार व अन्य लोग उपिस्थत रहे।
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