प्राचार्य मोहन द्विवेदी ने कहा– हिंदी हमारे अंतर्मन की
आवाज।

सलेमपुर/देवरिया(राष्ट्र की परम्परा) सलेमपुर नगर के प्रतिष्ठित संस्थान जीएम एकेडमी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में हिंदी दिवस की पूर्व संध्या पर विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानाचार्य मोहन द्विवेदी ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलन कर किया।छात्र-छात्राओं ने हिंदी पर निबंध, भाषण और कविता पाठ प्रस्तुत कर अपनी मातृभाषा के महत्व को उजागर किया। श्रेया सिंह ने हिंदी से परहेज़, प्रतिष्ठा ने कविता, अरिदमन ने हिंदी का व्यापक महत्व, प्रियांशी ने काव्य प्रस्तुति और क्षमता ने हिंदी के विकास पर अपने विचार रखे। रितेश यादव ने हिंदी दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सभी को भाव-विभोर कर दिया।कक्षा 11 की छात्रा जया शुक्ला ने अपनी रचना करते हैं तन-मन से बंदन सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं कक्षा 9 की संजना चौधरी ने हिंदी है हमारी मातृभाषा शीर्षक कविता के माध्यम से सबको हिंदी गौरव का संदेश दिया।विद्यालय के शिक्षक धर्मेंद्र मिश्र, ज्ञानेंद्र मिश्र और सीमा पांडेय ने हिंदी की क्रमिक विकास यात्रा पर विचार रखे और छात्रों को शुद्ध वर्तनी सुधार हेतु प्रेरित किया।प्रधानाचार्य मोहन द्विवेदी ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदी केवल भाषा नहीं, बल्कि हमारे अंतर्मन की आवाज है। यह भारतीय संस्कृति और सभ्यता की पहचान है, जिस पर हम सबको गर्व होना चाहिए।कार्यक्रम का संचालन आशुतोष तिवारी और सुनील गुप्ता ने किया। इस मौके पर दिलीप कुमार सिंह, श्वेता राज, विकास सोनी, भारती सिंह, काजू तिवारी सहित समस्त अध्यापक- अध्यापिकाएँ मौजूद रहीं। छात्रों की उपस्थिति और उत्साह से हिंदी दिवस का महत्व और भी प्रखर रूप में दिखा।