सरयू किनारे डीजे पर बजे भक्ति गीत
भागलपुर/देवरिया(राष्ट्र की परम्परा ) मईल थाना क्षेत्र के भागलपुर में परंपरागत पीड़िया विसर्जन का भव्य आयोज सरयू तट स्थित कालीचरण घाट पर उत्साह और आस्था के माहौल में संपन्न हुआ। आसपास के लगभग 20 गांवों से हजारों की संख्या में माताएँ, बहनें और युवतियाँ विसर्जन कार्यक्रम में शामिल हुईं। सुबह घाट पर मेले जैसा दृश्य देखने को रहा।
घाट पर महिलाओं ने अपनी सजी हुई पीड़िया—जिन्हें कई लोग पत्र, थाली और टोकरी में फूल-गुब्बारे के साथ लेकर आए थे। पीडिया पारंपरिक विधि-विधान से विसर्जन किया। इस अवसर पर चाट , फूल्फी, मिठाई व खिलौनों की कई दुकानें लगी रहीं जिन पर काफी भीड़ थी।
गोवर्धन पूजा के बाद शुरू होने वाली इस परंपरा के तहत महिलाएँ गोबर से बनी पीडिया को एक माह तक घर में कथा, भजन और पूजा के साथ स्थापित रखती हैं। ठीक एक महीने बाद इसे नदी तालाब में प्रवाहित किया जाता है। मान्यता है कि इस पूजा से भाइयों की दीर्घायु, सुख-समृद्धि और रक्षा की कामना पूर्ण होती है। इसी अनुष्ठान के दौरान महिलाएँ ‘16 दाना’ चावल के दाने जल से निग़लकर अपने भाइयों की मंगलकामना करती हैं।
भागलपुर, छित्तूपुर, रेवली, देवकली, बलिया, नेमा,धरहरा, धाकपुरा, धर्मनेर,महलिया, लीलइकोठी, सतीहरा , इशारू, जिरासों, मुरासो, नारियांव सहित विभिन्न गांवों की महिलाओं ने बड़ी संख्या में भागीदारी निभाई। पूरे आयोजन में जगह-जगह डीजे भी लगाए गए, हालांकि कुछ लोगों ने बताया कि कुछ स्थानों पर बज रहे गीत पारंपरिक माहौल के अनुरूप नहीं थे।
भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की थी। पुलिस बल की तैनाती, मार्ग-व्यवस्था और भीड़ नियंत्रण सुचारू रहा। देर रात तक घाट और आसपास के क्षेत्रों में चहल-पहल बनी रही, और कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न।
