
जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने अधिकारियों की लगाई क्लास, कई मामलों में मौके पर ही दिए निर्देश
सिकंदरपुर/बलिया (राष्ट्र की परम्परा)। शनिवार को सिकंदरपुर तहसील परिसर में आयोजित समाधान दिवस पर सुबह 10 बजे से ही फरियादियों की लंबी कतारें लग गईं। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में आमजन ने अपनी विभिन्न समस्याएं खुलकर रखीं। कुल 219 मामलों में से केवल पांच का मौके पर निस्तारण हो सका। सबसे पहले चेतन किशोर गांव के अनुपम राय ने गड़ही पर हो रहे अतिक्रमण की शिकायत की। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों द्वारा गड़ही पर कब्जा कर लिया गया है, जिससे निकासी बाधित होने के कारण खेतों में पानी भर रहा है और रवि-खरीफ की फसलें नष्ट हो रही हैं। वहीं रिटायर्ड शिक्षक राजेंद्र राय ने जलजमाव की समस्या पर ध्यान आकृष्ट कराया। उन्होंने बताया कि गड़ही का पानी बांध देने से गांव में जलभराव की स्थिति बनी हुई है, जिससे संक्रामक रोगों का खतरा बढ़ गया है। समाजसेवी प्रकाश सिंह ने पंदह शिक्षा क्षेत्र के चड़वा-बरवा गांव में जर्जर प्राथमिक विद्यालय का मामला उठाया। उन्होंने विद्यालय को ध्वस्त कर नया भवन बनवाने की मांग की, ताकि किसी अनहोनी की आशंका से बचा जा सके। उन्होंने सिसोटार ग्रामसभा के जर्जर मुख्य मार्ग के निर्माण की भी मांग रखी। बड़की विशहर गांव के कोटे को लेकर अर्चना शर्मा (विश्वकर्मा स्वयं सहायता समूह) और नारायण बाबा समूह के बीच विवाद सामने आया। अर्चना शर्मा ने आरोप लगाया कि अधिकारियों की मिलीभगत से उनके समूह को वंचित किया जा रहा है, जबकि दूसरा समूह अब अल्पमत में है। जिलाधिकारी ने मामले की निष्पक्ष जांच कर आख्या प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।बेलसड़ी गांव के मनोज कुमार ने पंचायत द्वारा कराए गए विकास कार्यों में अनियमितता की शिकायत करते हुए जांच की मांग की।तहसील दिवस पर सर्वाधिक मामले राजस्व और खाद्य एवं रसद विभाग से जुड़े रहे। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को लापरवाही पर कड़ी फटकार लगाई और कहा कि जनसुनवाई के मामलों को गंभीरता से लें, अन्यथा कठोर कार्रवाई होगी। इस अवसर पर सीएमओ बलिया संजीव बर्मन ,अपरपुलिस अधीक्षक अनिल झा, डीएसओ बलिया, उपजिलाधिकारी सिकंदरपुर सुनील कुमार, क्षेत्राधिकारी रजनीश कुमार यादव, थानाध्यक्ष सिकंदरपुर, खेजुरी, मनियर व पकड़ी सहित सभी विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
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