Friday, October 31, 2025
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संविधान राष्ट्रीय प्रगति और सामाजिक समरसता का मार्गदर्शक : सीडीओ

संविधान की उद्देशिका का हुआ वाचन, ली गई शपथ

देवरिया (राष्ट्र की परम्परा) । भारतीय संविधान के 75 गौरवशाली वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में मंगलवार को विविध विधायी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्वतंत्रता के अमृतकाल के अंतर्गत, संविधान के महत्व और इसके आदर्शों पर जोर दिया गया। प्रदेश स्तर पर मुख्य कार्यक्रम लखनऊ स्थित लोक भवन के सभागार में माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ, जिसका सजीव प्रसारण जनपद के विभिन्न कार्यालयों में किया गया। जनपद में संविधान दिवस का मुख्य कार्यक्रम विकास भवन के गांधी सभागार में किया गया। लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम के प्रसारण के पश्चात, मुख्य विकास अधिकारी प्रत्यूष पांडेय ने संविधान निर्माता एवं भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण किया और पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने संविधान निर्माण से जुड़े समस्त महान विभूतियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए समस्त अधिकारियों एवं कार्मिकों को संविधान के उद्देशिका की शपथ दिलाई। उन्होंने भारतीय संविधान को मौलिक अधिकार, कर्तव्य और स्वतंत्रता का महान विधान बताते हुए इसके पालन की आवश्यकता पर बल दिया। सीडीओ ने कहा कि संविधान केवल एक विधिक दस्तावेज नहीं, बल्कि राष्ट्रीय प्रगति और सामाजिक समरसता का मार्गदर्शक है। इसका अनुसरण करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह, जिला विकास अधिकारी रविशंकर राय, पीडी डीआरडीए अनिल कुमार, डीसी मनरेगा आलोक पांडेय सहित विभिन्न अधिकारी एवं कार्मिक मौजूद थे।
संविधान दिवस के अवसर पर कलेक्ट्रेट सभागार में भी कार्यक्रम का आयोजन हुआ जहाँ अपर जिलाधिकारी प्रशासन गौरव श्रीवास्तव ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संविधान की उद्देशिका का वाचन कराया और शपथ दिलाई। उन्होंने संविधान के 75 गौरवमयी वर्षों को प्रत्येक भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया। इस दौरान अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) अरुण कुमार राय सीआरओ जेआर चौधरी सहित विभिन्न अधिकारी एवं कार्मिक मौजूद थे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के धन्वंतरि सभागार में सीएमओ डॉ. राजेश झा ने संविधान के निर्माताओं के योगदान को याद करते हुए इसे राष्ट्रीय एकता, समानता, और अखंडता का प्रतीक बताया। सभी वक्ताओं ने नागरिकों से संविधान के आदर्शों को जीवन में अपनाने और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय योगदान देने का आह्वान किया।

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