
एस ओ जी टीम व थाना खेजुरी पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा दोहरे हत्या कांड का खुलासा ।
बलिया(राष्ट्र की परम्परा)
पुलिस अधीक्षक बलिया ओमवीर सिंह के कुशल निर्देशन में अपराध एवं अपराधियो के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत अपर पुलिस अधीक्षक (उत्तरी) अनिल कुमार झा के सफल पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी सिकन्दरपुर गौरव कुमार शर्मा के नेतृत्व में SOG टीम व थाना खेजुरी पुलिस टीम को मिली सफलता 10 फरवरीको थाना खेजुरी पर मृतक के भाई राधेश्याम चौरसिया प्रार्थना पत्र दिया गया हम तीन भाई हैं। घनश्याम चौरसिया, श्याम लाल चौरसिया तीनो लोगो का मकान मेन रोड पर है जिसमें छोटा भाई श्याम लाल (मृतक) व उनकी पत्नी बासमती देवी (मृतका) दोनो लोग मेन रोड पर अपने हिस्से के माकान में रहकर कोचिंग चलाते थे। मै तथा मेरा भाई घनश्याम चौरसिया गाँव में रहते है। 9 फ़रवरी को समय 9 बजे रात को मेरे गाँव के मंजय गोड़ पुत्र स्व0 रामप्रसाद ने आकर बताया कि घर के सामने दो लोग गिरे पड़े हैं। इस सूचना पर मै तथा मेरा भाई घनश्याम चौरसिया दोनो लोग पहुँचे तो देखा कि मेरा भाई श्याम लाल व भवह बासमती देवी खून से लथपथ जमीन पर पड़े हैं जिनकी हत्या अज्ञात व्यक्ति द्वारा किया गया है। इस सूचना पर तत्काल पुलिस अधीक्षक बलिया ओमवीर सिंह द्वारा मय फारेंसिंक टीम व अन्य अधिकारीगण के साथ घटना स्थल का निरीक्षण करते हुए घटना के सफल अनावरण व अभियुक्तों की शीघ्र अतिशीघ्र गिरफ्तारी हेतु टीमों का गठन किया गया था । घटना के अनारण हेतु पुलिस टीम द्वारा लगातार सार्थक प्रयास किया जा रहा था । 25 फ़रवरी को बलिया रेलवे स्टेशन के पास से मुख्य अभियुक्त अखिलेश को मुखबिर की सूचना पर हिरासत में लिया गया । जिसके द्वारा 09 फरवरी की रात्रि में दोनो पति – पत्नी की हत्या करना स्वीकार किया गया जिसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त रक्तरंजित आला कत्ल चाकू व रक्तरंजित प्लास्टिक का दस्ताना बरामद हुआ अभियुक्त अखिलेश चौरसिया के बयान व अन्य संकलित साक्ष्य से घटना में संलिप्त अभियुक्त शिवानन्द चौरसिया पुत्र रामानन्द निवासी मासूमपुर तथा घटना के बावत उकसाने में ओझा/सोखा अशोक कुमार वर्मा (सोखा) निवासी मासूमपुर थाना खेजुरी व नन्द पासवान (सोखा) पुत्र स्व0 सुरेन्द्र पासवान निवासी हथौज थाना खेजुरी का नाम प्रकाश में लाया गया है । उपरोक्त तीनों अभियुक्तों को भी गिरफ्तार कर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है हत्या का कारण अखिलेश चौरसिया के माता पिता दोनो की मृत्यु वर्ष 2009 में हुई थी । अभियुक्त का ऐसा मानना था कि मृतक श्यामलाल चौरसिया द्वारा कराये गये औझैती सोखैती के कारण ही उसके माता पिता की मृत्यु हुई थी, जिसके कारण व काफी रूष्ठ था । इसी कारण उसने इस हत्या की घटना को अंजाम दिया
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